कोटा. कोविड-19 के चलते राजसमंद विधायक और पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी का निधन हो गया. वे पिछले महीने 13 दिवसीय कोटा दौरे पर थीं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट वितरण से लेकर प्रचार तक की पूरी कमान संभाली. माहेश्वरी कोटा से जाने के एक दिन बाद ही कोविड-19 संक्रमित मिली थी, जिसके बाद 1 महीने तक उपचार के बाद उनका निधन हो गया.
किरण माहेश्वरी 13 अक्टूबर को कोटा आई थी और उसके बाद लगातार कोटा उत्तर के चुनाव के प्रभारी के तौर पर काम किया. उनके साथ समन्वय के रूप में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और कोटा संभाग के भाजपा के संगठन प्रभारी व चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी भी रहे. इसके अलावा उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा भी कोटा दक्षिण के चुनाव प्रभारी के तौर पर कोटा के दौरे पर ही थे.
प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर ही माहेश्वरी, राठौड़, सीपी जोशी और अर्जुन लाल मीणा कोटा में प्रत्याशियों के चयन में जुट गए थे. लंबी जद्दोजहद के बाद टिकटों की घोषणा हुई और पार्टी से कुछ नेताओं को निष्कासित करने पर भी जो मंथन हुआ, उसमें भी किरण माहेश्वरी शामिल रही. दुर्गा अष्टमी के दिन पहले 22 अक्टूबर को वापस लौट गई और 24 को दोबारा कोटा आ गई. कोटा संभाग के संगठन प्रभारी सीपी जोशी और किरण माहेश्वरी 26 अक्टूबर को तबीयत नासाज होने पर चित्तौड़गढ़ वापस लौट गए थे.
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कई भाजपा नेता हुए थे संक्रमित...
कोटा में कोटडी रोड स्थित एक होटल में सभी नेताओं को रुकवाया गया था. यहां पर पूरे दिनभर संगठन से जुड़ी बैठकें होती. यहां आने वाले कार्यकर्ता संक्रमित मिले. जिसके बाद कई नेताओं को खांसी जुकाम की शिकायत हो गई. तबीयत खराब होने पर सीपी जोशी वापस चित्तौड़गढ़ लौट गए. उनके संक्रमित होने पर किरण माहेश्वरी ने अपनी जांच करवाई, तो उनकी रिपोर्ट 28 अक्टूबर को पॉजिटिव मिली. भारतीय जनता पार्टी के विधायक और चुनावों में काम कर रहे कई नेता क्वारंटाइन हो गए. इसके बाद उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ती रही और उन्हें मेदांता शिफ्ट करना पड़ा. जहां पर संक्रमित होने के एक महीने बाद उनका निधन हो गया.