जयपुर : राजधानी की रामनगरिया थाना पुलिस ने अपहरण और मारपीट करके रुपए हड़पने वाली गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बुधवार को पुलिस ने अलवर निवासी हेमंत मीना और दौसा निवासी सौरभ मीना को बापर्दा गिरफ्तार किया है. ये आरोपी गैंग के मुख्य आरोपियों के सहयोगी थे. आरोपियों के मकान पर ही पीड़ित को बंधक बनाया गया था.
गैंग महिला से दोस्ती करवाकर अपहरण और रुपए हड़पने की वारदात को अंजाम देती थी. डीसीपी ईस्ट तेजस्वनी गौतम के मुताबिक, 26 दिसंबर को पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. 3 महीने पहले एक लड़की से जान-पहचान हुई थी. बातचीत के बाद दोस्ती हो गई. 23 दिसंबर को पीड़ित जगतपुरा पुलिया के पास लड़की से मिला. गाड़ी में घूमने के दौरान युवती ने अपने साथियों को फोन करके छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाया.
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झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी : जगतपुरा पुलिया के पास लड़की को छोड़ने के बाद, घर लौटते समय तीन लड़कों ने हथियार की नोक पर पीड़ित का अपहरण कर लिया. पीड़ित को अलवर स्थित एक मकान में बंधक बनाया गया. वहां मारपीट कर धमकियां दी गईं. लड़की ने दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी. पीड़ित से घर से 15 लाख और परिचित से 10 लाख रुपए मंगवाए गए.
डीसीपी ईस्ट ने बताया कि गैंग ने पीड़ित से 25 लाख रुपए नकद और 9500 रुपए ऑनलाइन हड़प लिए. आरोपियों ने पीड़ित को अलवर के पास छोड़ दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. स्पेशल टीम ने पीड़ित की निशानदेही पर घटनास्थल का निरीक्षण किया और आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी. पुलिस ने मकान में रहने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गैंग का तरीका बेहद संगठित है. यह गैंग लड़की के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाती है. फिर अपहरण कर बंधक बनाकर धमकियां दी जाती हैं. पीड़ित के परिजनों से रुपए मंगवाकर गैंग उन्हें हड़प लेती है.