कोटा. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने केशवपुरा फ्लाईओवर का निर्माण कार्य 15 फरवरी के पहले पूरा कर देने का अल्टीमेटम संवेदक को यूआईटी के अधिकारियों को दिया था, लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने पेनल्टी लगाने की बात भी कही थी. हालांकि इस मुद्दे पर नगर विकास न्यास के अधिकारी अभी भी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. साथ ही संवेदक पर जुर्माना लगाने की बात पर मौन धारण किए हुए हैं.
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हालांकि अभी भी कार्य फ्लाईओवर का बाकी है, ये फिनिशिंग, लाइटिंग, ड्रेनेज और अन्य कार्य है, जो कुछ दिनों में ही पूरा होगा. इस संबंध में जब यूआईटी के सलाहकार आरडी मीणा से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. साथ ही कहा कि पूरी जानकारी यूआईटी सचिव राजेश जोशी ही दे सकते हैं.
1 साल की हो चुकी है निर्माण में देरी
केशवपुरा फ्लाईओवर का निर्माण नगर विकास न्यास ने 150 करोड़ रुपए की लागत से सितंबर 2017 में शुरू करवाया था. जिसे फरवरी 2019 में पूरा हो जाना था, लेकिन लगातार काम में देरी होती रही और बार-बार यूआईटी इसकी समयावधि बढ़ाती रही है. अब 1 साल पूरा हो जाने के बाद भी कार्य भी बचा हुआ है, लेकिन यूआईटी के अधिकारी कह रहे हैं कि इस महीने के अंत तक इसे पूरा करवा दिया जाएगा.
साथ ही हो सकेगा तो इसी महीने में इसका लोकार्पण भी हो जाएगा. फ्लाईओवर के चालू हो जाने के बाद जवाहर नगर, बसंत विहार, रंगबाड़ी, महावीर नगर, केशवपुरा, तलवंडी, सुभाष नगर और श्रीनाथपुरम और आरकेपुरम सहित कई कॉलोनियों के तीन लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा.
करोड़ों के कोटा में चल रहे, देरी होने पर जनता उठाती है खामियाजा
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जब भी कोटा दौरे पर आते हैं, तो कोटा शहर में चल रहे 1500 करोड़ के निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हैं. साथ ही वह एक ही बात कहते हैं कि समय सीमा से ही यह सभी विकास कार्य पूरे होने चाहिए. कोई भी कार्य देरी होने पर भी नाराजगी जता देते हैं. साथ ही हर कार्य की प्रगति रिपोर्ट भी ले लेते हैं, लेकिन जिस तरह से निर्माण कार्यों में देरी होती है और उससे आम जनता को ही खामियाजा उठाना पड़ता है. इस संबंध में भी यूआईटी के अधिकारियों ने मंत्री धारीवाल के अल्टीमेटम के बाद भी समय से काम पूरा करवाने में नाकामयाब रहे हैं.