कोटा. नगर विकास न्यास ने 110 करोड़ रुपए की लागत से बनाए दादाबाड़ी से केशवपुरा फ्लाईओवर का मंगलवार को लोकार्पण किया गया. हालांकि इसके निर्माण के लिए 140 करोड़ 58 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की गई थी, लेकिन वह इससे काफी कम राशि में बनकर तैयार हो गया. ऐसे में यह निर्माण कार्य स्वीकृत राशि के 78 फीसदी लागत में ही तैयार हो गया है.
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर नगर विकास न्यास ने स्वतंत्रता सेनानी कमला स्वाधीन से इस फ्लाईओवर का लोकार्पण करवाया है. इस दौरान कमला स्वाधीन ने कहा कि सभी लोगों को कोविड-19 से लड़ाई लड़नी है. इसके लिए मास्क जरूर पहनें व सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालना करें. साथ ही उन्होंने कहा कि किसी नेता की जगह स्वतंत्रता सेनानी से ब्रिज का लोकार्पण कराना यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की बड़ी सोच का ही नतीजा है.
आसान होगी तीन लाख से ज्यादा आबादी की राह
इस फ्लाईओवर के निर्माण के चलते तलवंडी, महावीर नगर, महावीर नगर विस्तार योजना, केशवपुरा, रंगबाड़ी, श्रीनाथपुरम, आरकेपुरम, सुभाष नगर, सुभाष विहार व गणेश नगर के तीन लाख से ज्यादा की आबादी को अब फायदा होगा. ये लोग करीब डेढ़ किलोमीटर नीचे ट्राफिक में चलने की जगह फ्लाईओवर से सीधे निकल जाएंगे. यह फ्लाईओवर दादाबाड़ी दानबाड़ी से शुरू होकर महावीर नगर तिराहे के पहले खत्म होगा. लोगों ने भी इस फ्लाईओवर के शुरू होने पर खुशी जताई है. उनका कहना है कि अब समय समय की बचत के साथ-साथ ट्रैफिक जाम में भी नहीं फंसना पड़ेगा.
2 साल की देरी के बाद शुरू हुआ फ्लाईओवर
फ्लाईओवर का निर्माण कार्य भारतीय जनता पार्टी के शासन में ही स्वीकृत किया गया था, जिसमें विजय मिस्त्री कंपनी को संवेदक बनाया गया था. यह निर्माण कार्य 1 सितंबर 2017 में शुरू कर दिया गया था, जिसको डेढ़ साल के पीरियड में 28 फरवरी 2019 तक पूरा होना था, लेकिन निर्माण में देरी की वजह से यह कार्य पूरा नहीं हो पाया और 2 साल ज्यादा इसके निर्माण में लगे हैं. अब यह कार्य पूरा हुआ है.
1545 मीटर लंबा है फ्लाईओवर
नगर विकास न्यास की तरफ से बनाए गए इस फ्लाईओवर की लंबाई 1545 मीटर की है, इसमें चार लेन की सड़क निकाली गई है. साथ ही यह फ्लाईओवर पर कुल 48 पिलर खड़े किए गए हैं. इनमें शुरुआती दो पिलर एबेटमेंट हैं. जिनमें 35 पिलर राउंड और 13 पिलर वॉल की तरह के हैं. इन 48 किलो रूम पर 47 स्थान रखे गए हैं. जिनमें 34 स्थान सेगमेंट स्लैब और 13 सॉलिड स्लैब के हैं. फ्लाई और के दोनों तरफ से 7 मीटर चौड़ाई की सर्विस लेन भी दी गई है.
घुमावदार है पूरा फ्लाईओवर
दादाबाड़ी से लेकर केशवपुरा तक यह पूरी तरक्की घुमावदार है. ऐसे में यह फ्लाईओवर पूरा सड़क के ऊपर ही बनाया गया है. ऐसे में यह भी पूरी तरह से अप्लाई और है. इसमें पिलर संख्या 12 से 16 के बीच में पूरी तरह से घुमावदार स्पान है, जो कि 40 मीटर लंबाई के हैं. इसको लेकर ही 12 से लेकर 16 स्थानों के बीच अतिरिक्त पिलरों का निर्माण भी किया गया है. फ्लाईओवर के नीचे जगह जगह पर व्यापारियों के लिए पार्किंग बनाई गई है. साथ ही ऊपर लाइटिंग की व्यवस्था भी की गई है, ताकि रात को गुजरने वाले लोगों को भी फ्लाईओवर पर दिक्कत नहीं हो.