कोटा. ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) ने देश के बड़े 110 इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया के तहत मॉक सीट एलॉटमेंट जारी कर दिया. सीट एलॉटमेंट संबंधित आंकड़ों के अनुसार 1 लाख 61 हजार 570 स्टूडेंट ने भाग लिया है. इन स्टूडेंट ने कुल 1 करोड़ 59 लाख 52 हजार 78 सीट के विकल्प भरें हैं.
कोटा के एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मॉक सीट एलॉटमेंट-1 के तहत आवंटित की गई सीट वास्तविक सीट अलॉटमेंट के दौरान परिवर्तित हो सकती हैं. विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि उपरोक्त सीट आवंटन के आधार पर आवंटित की जा सकने वाली संभावित सीटों का अनुमान लगाकर चॉइस फिलिंग की प्राथमिकता में परिवर्तन कर लें, ताकि आगामी 14-अक्टूबर को मॉक सीट अलॉटमेंट-2 के परिणाम के आधार पर संभावित आवंटित के बारे में बेहतर आंकलन किया जा सके. इसके बाद ही 17 अक्टूबर को सुबह 10 बजे पहले राउंड का सीट आवंटन जारी किया जाएगा.
पढ़ें- डूंगरपुर: बालश्रम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, गुजरात मजदूरी के लिए ले जा रहे 10 बच्चों को छुड़ाया
कोटा के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जोसा प्रथम मॉक सीट आवंटन में छात्राओं को सुपन न्यूमेरेरी सीटें मिलाकर 20 प्रतिशत सीटों का आवंटन किया गया है. जिससे पीछे की रैंक वाली छात्राओं को भी शीर्ष आईआईटी, एनआईटी की ब्रांचों का आवंटन हुआ है. इसी प्रकार ईडब्ल्यूएस कैटेगरी का भी 10 प्रतिशत सीटों का आवंटन होने से पीछे के रैंक वाले विद्यार्थियों को आईआईटी व एनआईटी आवंटित हुआ है.
देव शर्मा ने बताया कि कोविड-19 की आपात परिस्थितियों के चलते इस बार काउंसलिंग की प्रक्रिया में परिवर्तन किया गया है. कुल 6-राउंड तक चलने वाली काउंसलिंग प्रक्रिया में रिपोर्टिंग व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जो कि पूर्व में 'फिजिकल-फॉर्म' में हुआ करती थी, अब ऑनलाइन कर दी गई है.
बता दें कि जोसा की काउंसलिंग के जरिए 23 आईआईटी, 31 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी, आईआईईएसटी शिबपुर व 29 जीएफटीआई संस्थानों में स्टूडेंट एडमिशन ले सकेंगे. विद्यार्थियों इन संस्थानों की कुल 671 च्वाइस को भरने का विकल्प दिया गया है.