कोटा. देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष और नदबई भरतपुर के विधायक जोगिंदर सिंह अवाना मंगलवार को कोटा दौरे पर आए. यहां वो देवनारायण (Joginder Singh Awana in Kota) आवासीय छात्रावास का निरीक्षण करेंगे. इसके साथ ही एमबीसी समाज के लोगों के साथ जनसुनवाई और मुलाकात करेंगे. निजी रेस्टोरेंट में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने राज्यसभा चुनाव में बाहरी प्रत्याशियों के मुद्दे पर कहा कि हाईकमान ने जो निर्णय लिया वही सर्वोपरि है. इस निर्णय के बाद बाहरी भीतरी कोई मायने नहीं रखता है. अवाना ने मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक भरत सिंह के सवाल पर कहा कि उनका खुद का मत हो सकता है. उन्होंने व्यक्तिगत अपनी बात कही होगी.
भरत सिंह सुलझे हुए व्यक्ति हैं और काफी अच्छा वक्तव्य देते हैं. लेकिन लीडरशिप पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या अशोक गहलोत निर्णय लेते हैं, उस पर बाहरी भीतरी कुछ नहीं होता है. उन्होंने कहा कि वो बहुजन समाजवादी पार्टी से जरूर आए हैं. लेकिन पहले 22 साल कांग्रेस में रहे हैं. रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी के साथ वाच कमेटियों में काम करने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस में प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता रहे हैं. विधायक अवाना ने प्रमोद तिवारी के कद की बात करते हुए कहा कि यूपी में कांग्रेस ने 2 सीटें जीती हैं, जिनमें एक उनकी बेटी है. इसी तरह से सुरजेवाला देश के सामने कांग्रेस की बात को रखते हैं और मुकुल वासनिक यूथ आईकॉन हैं.
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इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बाहरी भीतरी का मुद्दा उठाकर आम जनता को गुमराह कर रही है. हमारे तीनों उम्मीदवार जीतेंगे और राज्यसभा में जाएंगे. एमबीसी समाज के राज्यसभा टिकट की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने खुद ने गुर्जर समाज के व्यक्ति को टिकट देने की मांग की थी, लेकिन हाईकमान सर्वोपरि है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोटा के गुर्जर समाज में एक हॉस्टल के लिए जगह की मांग की है. जिसको मुख्यमंत्री से आग्रह कर दिलाया जाएगा. साथ ही उनका कहना है कि एमबीसी समाज के लोग बच्चों के लिए एक बालिका और एक बालक छात्रावास में मनाने की मांग की है, जिसको भी अशोक गहलोत तक पहुंचाया जाएगा.