कोटा. इनवेस्ट राजस्थान 2022 समिट के तहत राज्य सरकार कोटा में 6 जनवरी को कोटा इनवेस्ट समिट (Invest Summit on January 6 in Kota) का आयोजन कर रही है. इसमें राजस्थान के चिकित्सा और कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा उपस्थित होंगे. समिट में 1700 करोड़ के एमओयू साइन (Investment MoU in Kota) किए जाएंगे.
इनवेस्ट समिट के जरिए कोटा में 100 प्रोजेक्ट लागू होंगे. जिले में प्रशासन रीको और उद्योग विभाग इनवेस्ट समिट 6 जनवरी को होगा. समिट में 1700 करोड़ रुपए के एमओयू राज्य सरकार करने जा रही है. एमआईयू के जरिये कोटा को 7393 रोजगार मिलेंगे.
इसमें ऑनलाइन डिजिटल क्लासरूम के अलावा ग्रीन एनर्जी, रिसॉर्ट, हॉस्पिटल, सेमीकंडक्टर, एथेनॉल, बायो सीएनजी के प्लांट भी कोटा में लगने जा रहे हैं. इसके साथ ही कोटा में ऑनलाइन कोचिंग का 386 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट लाया जा रहा है. इसके साथ ही 230 करोड़ का प्रोटीन कंसलटेंट प्लांट भी लगाया जा रहा है.
दोबारा औद्योगिक राजधानी कोटा को बनाने का लक्ष्य
जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ का कहना है कि कोटा पूर्व में भी औद्योगिक राजधानी राजस्थान की थी, लेकिन गिरावट आ गई थी. अब इस गिरावट को दोबारा दूर करने के प्रयास करना है. दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे भी यहां से गुजर रहा है. साथ ही एयरपोर्ट भी जल्द बनकर तैयार होगा. पानी की काफी अच्छी सुविधा है. बिजली की भी कोई कमी नहीं है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द अच्छे प्लांट यहां पर लगे, ताकि औद्योगिक विकास यहां पर तेज गति से हो. इसके साथ ही वन स्टॉप शॉप के भवन का भी लोकार्पण होगा. वन स्टॉप शॉप में 15 विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एक जगह पर मौजूद रहेंगे, जो उद्योग लगाने के लिए अप्रूवल, एनओसी व लाइसेंस सभी एक जगह पर ही जारी कर दिए जाएंगे.
औद्योगिक प्रोत्साहन स्कीम से करेंगे उद्यमियों को जागृत
जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ का कहना है कि हमने कई नए प्रोजेक्ट भी आईडेंटिफाई किए हैं और उनको जमीनी धरातल पर उतारने का प्रयास किया है. इस कार्यक्रम में जो भी उद्यमी आएंगे, उनको भी औद्योगिक प्रोत्साहन स्कीम होने के बारे में जानकारी दी जाएगी. जिसमें राजस्थान निवेश और मुख्यमंत्री लघु निवेश प्रोत्साहन योजना भी शामिल है. रीको के रीजनल मैनेजर एसके गर्ग ने बताया कि इन्वेस्टमेंट समिट में नए औद्योगिक क्षेत्रों इसके अलावा रीको की तरफ से सुल्तानपुर, कनवास के पिसाहेड़ा, सांगोद के बपावर, रामगंजमंडी के राजूखेड़ा, बुधरवान, छतरपुरा, ढाकिया, तंबोलिया व इटावा के छापोल आदि स्थानों पर नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं. रामगंजमंडी इलाके में ही गुड़ी फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र में भी ऑक्शन और आवंटन भूखंडों का किया जाएगा.
दो करोड़ से नीचे के नहीं हैं एमओयू
उद्योग विभाग के महाप्रबंधक सीताराम पूनिया ने बताया कि जो एमओयू किए गए हैं, उनमें 2 करोड़ रुपए से ऊपर की राशि के ही सभी एमओयू हैं. इनमें एग्रो प्रोसेसिंग, एग्रो प्रोडक्ट, कोटा स्टोन, केमिकल, होटल, चावल मिल, एचडीपीई, बैग्स, प्लाइवुड, सॉल्वेंट प्लांट, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर और आईटी के क्षेत्र में निवेश किया जा रहा है. इसके अलावा रेलवे भी रेल नीर का बड़ा प्लांट कोटा में स्थापित कर रहा है. दो मेडिकल कॉलेज भी आ रहे हैं, जिनमें कोटा और दूसरा उदयपुर का मेडिकल कॉलेज है.