कोटा. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश (Om Birla Darshana Jardosh In KOTA) ने तीन मेमू ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है. आधुनिक सुविधाओं से लैस इस स्टेशन को आज आम जनता के लिए खोला गया (Inauguration of Hi tech Sogaria Station) है. इसके Renovation में 16 करोड़ रुपए की लागत आई है. राजस्थान में अपनी तरह का ये पहला स्टेशन होगा जिसके लिए दावा किया जा रहा है कि पेपरलेस होगा और डिजीटल सुविधाओं से परिपूर्ण होगा.
मेमू को हरी झंडी
सोगरिया स्टेशन से कोटा नागदा और कोटा बीना ट्रेन को हरी झंडी (Green Signal to memu train in Sogariya station) दिखाकर रवाना किया गया. कोटा से झालावाड़ की ट्रेन को भी कोटा जंक्शन से आज ही रवाना किया गया. इस दौरान विधायक कल्पना देवी, चंद्रकांता मेघवाल, संदीप शर्मा व मदन दिलावर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे. रेलवे कार्मिक विक्रम सिंह ने बताया कि सामान्य ट्रेनों में लोग चेन पुलिंग कर देते हैं, लेकिन उनकी मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है लेकिन इसमें ऐसा संभव नहीं होगा.
क्या है मेमू में खास
इस मेमू ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जो कि ड्राइवर की निगरानी में रहते हैं. अगर कोई व्यक्ति चेन पुलिंग करता है, तो ड्राइवर ट्रेन रोकने के पहले उस फोटो को देखेगा कि चेन पुलिंग करने वाला व्यक्ति सही है या नहीं. संदिग्ध गतिविधि में लिप्त शख्स पर भी निगरानी रखी जा सकेगी. हर मेमू ट्रेन में 8 कोच हैं, जिसमें 1482 यात्री सफर कर सकेंगे. इनमें करीब 600 से ज्यादा यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था है. बाकी अन्य यात्रियों को खड़ा होकर सफर करना होगा जिनके लिए व्यवस्था की गई है.
हेरिटेज लुक का स्टेशन!
कोटा जंक्शन पर यात्री ट्रेनों का ज्यादा दबाव कम करने के लिए रेलवे ने कोटा जंक्शन से 3 किलोमीटर दूर स्थित सोगरिया स्टेशन को उपनगरीय स्टेशन के तौर पर तैयार किया है. पुनर्विकसित सोगरिया स्टेशन पर सेल्फी प्वाइंट के साथ हैरिटेज लुक दिया गया है. फुट ओवरब्रिज के साथ-साथ ट्रेनों में पानी भरने का पूरा सिस्टम लगवाया गया है. नया हाई लेवल प्लेटफार्म बनवा दिया गया है. साथ ही वेटिंग रूम के अलावा टिकट विंडो और स्टेशन सुपरिटेंडेंट का कक्ष भी तैयार किया गया है. साथ ही ट्रेनों के संचालन से जुड़े हुए कई रूम बनकर तैयार हैं और मशीनरी भी वहां पर लगाई गई है.
पार्किंग व कोच गाइडेंस सिस्टम भी स्टेशन पर लगाया गया है. यात्री प्रतिक्षालय व वीआईपी रूम भी तैयार हैं. वेटिंग रूम में रंगीले राजस्थान की छटा बिखरी नजर आती है. दीवारें समृद्ध इतिहास की कहानी कहती हैं. स्टेशन पर रणथंभौर और मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से लेकर कोटा मंडल के बीच आने वाली कई ऐतिहासिक इमारतों को उकेरा गया है. इसके अलावा कोटा बैराज, थर्मल कोटा शहर में बने हुए ऐतिहासिक दरवाजे व गढ़ पैलेस की झांकी भी प्रदर्शित की गई है.
यात्री बोले हमें होगा फायदा
डेली अप डाउन एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिचरण सलूजा का कहना है कि इन ट्रेनों की मांग व 2000 से ही कर रहे थे. करीब 21 साल बाद कोटा को एक ट्रेन मिली है और कोटा मंडल की पहली मेमू ट्रेन है, हमारी मांग है कि जो पहले ट्रेनें चल रही है, उन्हें भी संचालित ही रखा जाए. बंद नहीं किया जाए, क्योंकि 6000 अप डाउनर कोटा से यात्रा करते हैं. मेमू ट्रेन के बारे में गोपाल राम मंडल ने बताया कि लोगों को इससे काफी ज्यादा फायदा होगा. उन्हें सफर करने में कम समय जाया करना होगा. सोगरिया स्टेशन से भी कई ट्रेनें बाईपास होगी. ऐसे में कोटा जंक्शन का भी भार कम होगा और समय की बचत भी लोगों की होगी. विवेक राजवंशी ने बताया कि पहले नियमित गाड़ियों में ही अप डाउन करने वाले यात्रियों को सफर करना होता था. उनमें सामान्य कोच की संख्या कम होती थी, ऐसे में भीड़ भाड़ यहां पर लगती थी. ऐसे में अब यह मेमू ट्रेन इन सभी लोगों के लिए सुविधा देगी. उन्हें नियमित गाड़ियों में भीड़-भाड़ से भी बचाव यह करेगी.