कोटा. राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में 2018 में लगाए गए सिक्योरिटी गार्डों को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नौकरी से हटाने का फरमान जारी किया था. जिसको लेकर सभी गार्डों ने यूनिवर्सिटी का गेट बंद कर विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही यूनिवर्सिटी प्रशासन को चेताया कि अगर यूनिवर्सिटी में होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई तो वो उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने देंगे.
बता दें कि राजस्थान टेक्निकल यूनवर्सिटी में अभी तक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड ही संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे थे. जिसमे अधिकतर रिटायर्ड पूर्व सैनिक गार्ड के रूप में कार्य कर रहे थे, लेकिन आरटीयू प्रशासन ने नोटिस जारी कर 1 सितंबर से मौजूद सुरक्षा कंपनी का कार्य बंद करने का आदेश दिया है. जिसकी वजह से तकरीबन 55 सिक्योरिटी गार्ड बेरोजगार होने की कगार पर आ गए हैं. सुरक्षा गार्डों का कहना है कि हम मिलिट्री से रिटायर होने के बाद इस संस्था में कोरोना काल में मुस्तैदी से ड्यूटी दे रहे थे. अचानक बिना किसी नोटिस के हमें नौकरी से हटाना उचित नहीं है. हमारे साथ गलत हो रहा है. यहां तक कि वीसी ने भी उनसे इस संबंध में बात करने से इनकार कर दिया है.
ये भी पढ़ेंः कोटा में हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत सांसद सीपी जोशी ने पत्रकारों से की बातचीत, गहलोत सरकार पर साधा निशाना
ऐसे में अब सुरक्षा में लगे इन गार्डों के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है. ये उम्र के उस दौर में हैं जहां पर और कोई नया काम नहीं कर सकते हैं. पारिवारिक स्थिति भी सही नहीं होने की वजह से वो दूरदराज इलाकों से यहां आकर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे. वहीं, प्रशासन 3 महीने के लिए होमगार्ड के जवानों को राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में लगाने की बात कह रहा है.