कोटा. दो दिवसीय चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का रविवार को शानदार समापन हो गया. यह फिल्म फेस्टिवल दो दिनों तक यूआईटी ऑडिटोरियम में चला. इस फेस्टिवल से कोटा का नाम अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा. 40 देशों के फिल्मकारों की फिल्म की स्क्रीनिंग यूआईटी ऑडिटोरियम में हुई. इसके लिए देशी-विदेशी फिल्मकार कोटा पहुंचे.
बता दें कि फेस्टिवल से भविष्य में पर्यटन और फिल्म निर्माण दोनों में ही कोटा का फायदा होगा. कई देशी-विदेशी फिल्मकार अपनी फिल्मों की शूटिंग करने कोटा की ओर आकर्षित हुए है. कनाडा से आये क्रिस्टोपर मैकडोनल्ड की फिल्म 'क्वीन ऑफ दा बिच' भारत मे बनी हुई है. उन्होंने बताया कि यह पहली बार राजस्थान में आये है. अगली फिल्म फिक्शन फिल्म होगी. जिसे 'बीच-फ्लाई' का नाम दिया जा रहा है. ये भारत में भी प्रदर्शित की जाएगी.
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मुम्बई से आये मूवी मेकर ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से कोटा की ख्याति और भी बढ़ सकती है. फेस्टिवल में विभिन्न विषयों पर संदेशपरक फिल्में दिखाई गई. जिनको देखने के लिए कई लोग उत्साह के साथ आये. दुनिया की श्रेष्ठ फिल्मों की यहां कोटा में स्क्रीनिंग एक अकल्पनीय और अभूतपूर्व उपलब्धी है.
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बता दें कि कोटा में चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का यह तीसरा सीजन रहा, जिसमें वरिष्ठ स्पेशल इफेक्ट कॉर्डिनेटर सुरेश नाइक को भारतीय सिनेमा में 50 वर्षों तक अपना अमूल्य योगदान देने के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया. वहीं समापन समारोह में सर्वेश्रेष्ठ फिल्मों के लिए फिल्मकारों को नवाजा गया.