कोटा. नगर निगम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने पदाधिकारियों के साथ चुनावी मैदान में उतर गई हैं और जीत और हार के हर मायने को नापना शुरू कर दिया है. दोनों ही पार्टियां अपनी जीत का दावा इन चुनावों में कर रही हैं. ईटीवी भारत ने कोटा उत्तर से भाजपा के विधायक रहे प्रहलाद गुंजल से बातचीत की. उन्होंने साफ कहा कि वह पूरी ताकत से निगम का चुनाव लड़ेंगे और अपने प्रत्याशियों को जिताकर बोर्ड बनाएंगे.
उन्होंने कहा कि आम जनता ने कांग्रेस सरकार के 2 साल के शासन को देख लिया है. जनता इससे उकता गई है. मैं समझता हूं कि इसीलिए सरकार इस चुनाव से भागना चाहती थी, कभी हाईकोर्ट और कभी सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेने की कोशिश की गई. सरकार के पास हिम्मत और हौसला होता तो चुनाव में भागने का प्रयास नहीं करती. यह इस बात का संकेत है कि 2 साल से सरकार राजस्थान में केवल जो देने में कामयाब रही, वह अराजकता और अव्यवस्था ही है.
हमारी योजनाओं को डाइवर्ट करके शहर खोद डाला...
पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि शहर का विकास पूरी तरह से ठप है. कोटा सड़ रहा है, नगर निगम के टिपर गायब हैं. गंदगी के ढेर लगे हुए हैं और विकास के नाम पर बहुत सुंदर शहर बनाने की हमारी योजना स्मार्ट सिटी के जरिए थी. उन सभी योजनाओं को डायवर्ट कर के बड़े बड़े कामों के नाम पर शहर को खोद डाला है. हमारा लक्ष्य था कि एक एक घर में पीने का पानी पहुंचे. हर घर तक सड़क व नाली पहुंचे, अभी भी डेढ़ सौ करोड़ के काम हैं, जिनको रोक रखा है. जो स्वीकृत हैं. मैं समझता हूं कि लोग गुस्सा है और इसका दंड कांग्रेस को जरूर देंगे.