कोटा. लॉकडाउन पीरियड में अपने परिजनों की मृत्यु के बाद उनकी अस्थियों को हरिद्वार में विसर्जन के लिए लोग नहीं ले जा पा रहे थे. प्रदेश में अन्य शहरों की तरह कोटा से भी मोक्ष रथ हरिद्वार के लिए रवाना हुए हैं. इसमें तीन राजस्थान रोडवेज की बसों को मोक्ष रथ बनाकर कोटा जिला प्रशासन ने रवाना किया है. इनमें 63 अस्थि कलश कोटा से हरिद्वार विसर्जन के लिए गए हैं. इन बसों में 120 से ज्यादा लोग रवाना हुए हैं.
बस में सवार लोगों से बातचीत करने पर सामने आया कि ये लोग एक-दो महीने से अपने परिजनों की अस्थियों को विसर्जन के लिए लॉकडाउन के चलते नहीं ले जा पाए. अस्थियां मुक्तिधाम के लॉकर में बंद थी. अब सरकार ने अच्छी व्यवस्था की है. इसके जरिए हम अपने परिजनों की अस्थियों का विसर्जन कर पाएंगे.
उनका कहना है कि अगर ट्रेन से भी हम जाते तो दिल्ली तक अटक जाते, दिल्ली से आगे जाने की कोई व्यवस्था नहीं थी. सरकार ने यह अच्छी व्यवस्था कर दी है. कुछ लोगों ने सरकार का धन्यवाद भी इस कार्य के लिए किया है. उनका कहना है कि इतना लंबा इंतजार हमनें किया है, लेकिन अब सरकार ने व्यवस्था कर दी है.
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लाडपुरा तहसीलदार गजेंद्र सिंह के अनुसार गुरुवार को बसें भेजी गई है. इन बसों में 123 लोग सवार किए गए हैं. ये सभी लोग कोटा जिले से हैं, जिसमें शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग हैं. कोटा में 139 अस्थि कलश का रजिस्ट्रेशन हुआ था, उनमें से 63 अस्थि कलश को भेजा जा रहा है. रोडवेज के मुख्य प्रबंधक कोटा कुलदीप शर्मा ने बताया कि आगे भी लोगों को भेजने के लिए दो बसों की व्यवस्था शुक्रवार को रखी गई है. इनमें एक बस में 23 अस्थि कलश के साथ 46 लोगों को भेजा जाएगा.