कोटा. राजस्थान के कोटा शहर में लगातार आवारा श्वानों के काटने (Fear Of Dogs In kota) की घटनाओं से लोगों में भय का माहौल बन गया है. बीते 7 दिनों में करीब 20 से ज्यादा बच्चों और लोगों को स्वान काट कर घायल कर चुके हैं. रविवार देर रात को भी कुन्हाड़ी इलाके के कृष्णा बिहार में आवारा श्वानों ने हमला कर एक बच्चे को जख्मी कर दिया.
कुन्हाड़ी के कृष्णा विहार में रहने वाले अनिल शर्मा ने बताया कि उनका 6 साल का बेटा माधव घर के बाहर ही साइकिल चला रहा था, तभी पड़ोस में रहने वाली एक महिला और उनकी बेटी श्वानों को भोजन डाल रही थी. जब बच्चा वहां से गुजरने लगा तभी श्वान ने बच्चे पर हमला कर दिया और बच्चे के पांव को जगह-जगह से काट लिया. बच्चे के पांव में करीब चार से पांच जगह पर बड़े घाव हो गए हैं.
रविवार को ही मैगजीन स्कूल के पास रहने वाले मोहम्मद आवेश को पतंग लूटते समय गुलाबबाड़ी में श्वानों ने घेरकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. उसके शरीर पर 6 से ज्यादा घाव हो गए थे. उपचार के दौरान उसे टांके भी लगाए गए हैं. उससे पहले रेलवे कॉलोनी थाना इलाके में एक झोपड़ी में सो रहे 7 माह के मासूम नवजात पर भी श्वानों ने हमला कर दिया था. श्वानों ने नवजात के प्राइवेट पार्ट पर काट लिया था. अस्पताल में भर्ती रहने के बाद ही नवजात की जान बच पाई थी.
अनिल शर्मा का कहना है कि कई बार काॅलोनी के लोग इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनकी सुनवाई (Kota Nagar Nigam Alleged on Dogs Attack) पर ध्यान ही नहीं करते. काॅलोनी के लोग श्वानों से काफी डरे हुए हैं. वहीं, इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने भी नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.
गौरतलब है कि बंधा धर्मपुरा में लाखों रुपए की लागत से नगर निगम दक्षिण ने श्वान शाला भी बनाई हुई है. लेकिन उसका उचित उपयोग नहीं किया जा रहा.