रामगजमंडी (कोटा). जिले के रामगंजमंडी थाना क्षेत्र में खैराबाद ग्राम पंचायत में 3 सितम्बर को एक मकान में रसोई गैस सिलेंडर से आग लग गई थी, आग से आधा दर्जन से अधिक लोग झुलसने से घायल हो गए थे. इसी मामले को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने एसडीएम को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन देते हुए बताया कि घायल परिवार कोटा अस्पताल में भर्ती है. लेकिन, घटना के बाद आज तक एजेंसी के मालिक द्वारा अभी तक घायलों का इलाज तो दूर उनकी सुध भी नहीं ली गई है. ग्रामीणों ने घायलों के लिये सरकार से मुआवजे की मांग भी की है.
बता दें कि खैराबाद निवासी घायल शाकिर 3 सितम्बर को घर पर गैस सिलेंडर लाया था और जब गैस सिलेंडर को गैस चूल्हे से लगाया और गैस चालू किया तो चालू नहीं हुआ, तभी गैस एजेंसी पर काम करने वाले बंटी ने देखा और कहा कि एयर आ रही होगी जैसे ही एयर निकाल गैस को चालू किया तो गैस के साथ ही सिलेंडर ने आग पकड़ ली और घर पर सभी परिवार के सदस्य आग में झुलस गए.
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घटना में तीन बच्चे, एक महिला और तीन पुरुष घायल हो गए थे. जिसमें अल्लानुर पिता मंदक खां उम्र 60, शकीना पति अल्लानुर उम्र 45, शाकिर पिता अल्लानूर उम्र 25, महरान पिता अहमद रजाक उम्र 28, जेक पिता मेहरान उम्र 8 वर्ष, फरान पिता मेहरान उम्र 10 वर्ष, अलवीरा पिता शाकिर उम्र 4 साल, बंटी गुर्जर पिता दुर्गालाल उम्र 30 को निजी वाहनों की मदद से रामगंजमंडी अस्पताल ले जाया गया. जहां प्राथमिक उपचार कर सभी को झालावाड़ अस्पताल रेफर किया गया.
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ज्ञापन देने वालों में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के सलीम काका, सरपंच प्रतिनिधि हेमेंद्र, अनवर, जेके मीणा, शाहिद मेव, हकीम मेव, जसवंत मीणा, शंभूलाल, तुलसीराम राठौड़, और कई ग्रामवासी मौजूद थे. सभी ने मिलकर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की सरकार से मांग की.