कोटा. जिले में बोर्ड परीक्षा देने पहुंची एक छात्रा मंगलवार को पॉजिटिव पाई गई. इसके बाद स्कूल में परीक्षा देने गए 357 छात्रों और 30 अध्यापकों पर कोरोना वायरस संकट गहरा गया है. ऐसे में चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने अब सभी को होम क्वॉरेंटाइन कर दिया है. साथ ही 4 जुलाई को सभी के नमूने लिए जाएंगे. इस मामले से पेरेंट्स भी चिंतित नजर आए, जिनके बच्चे परीक्षा देने गए थे.
पेरेंट्स ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब कॉलेज स्तर, दिल्ली सरकार और सीबीएसई बच्चों को प्रमोट कर रही है, तो राजस्थान सरकार इस तरह से परीक्षाएं क्यों ले रही है. पेरेंट्स ने यह भी कहा कि कर्फ्यू एरिया से बच्ची परीक्षा देने आई, जबकि पुलिस ने भी उसे नहीं रोका. इधर, सैंपल कलेक्शन प्रभारी डॉक्टर रुद्राक्ष गौतम का कहना है कि वे 4 जुलाई को सभी बच्चों और एग्जाम करवाने आए स्टाफ के नमूने लेंगे.
कर्फ्यू के बावजूद परीक्षा देने आई
बताया जा रहा है कि पॉजिटिव आई छात्रा की 13 वर्षीय बहन की तबीयत खराब होने पर परिजन उसे मेडिकल कॉलेज के अस्पताल ले गए थे, जहां कोरोना जांच में वह 26 जून को ही संक्रमित मिली थी. इसके बाद से ही उसके घर के बाहर कर्फ्यू लगा हुआ है, लेकिन उसकी परीक्षा होने के चलते वह पेपर देने आई. घर के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी उसे नहीं टोका.
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इधर, आरपीएफ की ओर से पकड़ा चोर भी आया पॉजिटिव
शाम की सूची में 5 नए पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. इनमें आरपीएफ ने लोहा चुराते हुए 21 वर्षीय युवक को पकड़ा था. उसकी भी जेल भेजने के पहले कोरोना जांच करवाई गई थी. जिसमें वह पॉजिटिव आया है. युवक राम मंदिर के बाहर ही सड़क पर रहता है और नशे का आदी है. साथ ही चार अन्य पॉजिटिव मरीजों में गोविंद नगर निवासी 40 वर्षीय महिला, केशवपुरा निवासी 33 वर्षीय युवक, अनंतपुरा निवासी 48 वर्षीय महिला और 25 वर्षीय चेचट निवासी युवक संक्रमित मिले हैं. सुबह और शाम को पॉजिटिव मरीजों को मिलाकर अब तक 12 संक्रमित मंगलवार को सामने आ चुके हैं. जिसके बाद कोटा में पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 568 पहुंच गया है.