कोटा. शहर के दशहरा मेले में व्यापारियों को होने वाली समस्या को लेकर मेला व्यापार संघ और कांग्रेसी पार्षदों ने आज नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम अनिल सुवालका के नेतृत्व में उपायुक्त ओर मेला अधिकारी कीर्ति राठौड़ का घेराव किया. इस दौरान व्यापारियों और कांग्रेसी पार्षदों ने आरोप लगाया कि तत्कालीन भाजपा सरकार और वर्तमान भाजपा बोर्ड ने दशहरा मेले के ऐतिहासिक स्वरूप को खत्म कर दिया है. प्रगति के मैदान के तर्ज पर विकसित किए गए मेले में व्यापारियों को कभी कच्ची दुकानों में जगह आवंटित कर दुकान लगाने को कहा जाता है तो कभी पक्की दुकानों में दुकान लगाने के लिए कहा जाता है. इससे व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. अब प्रगति मैदान का पक्का निर्माण पूरी तरह हो चुका है. ऐसे में व्यापारियों के लिए जगह निश्चित कर दी जाए. जिससे दुकानदार अपनी दुकान को आगामी कुछ सालों के लिए सेटअप कर सके. व्यापारियों और ग्राहकों को परेशानी न हो.
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नेता प्रतिपक्ष सुवालका ने बताया कि मेले में दूर दराज से आने वाले व्यापारियों के लिए एकल खिड़की की व्यवस्था की जाए. जिससे उन्हें अलग अलग स्थानों पर जाने से परेशानी न होना पड़े. साथ ही झूले के स्थानों पर सीपेज की समस्या से दुर्घटना होने की संभावना है. इसका भी त्वरित समाधान किया जाए.
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पार्षद दिलीप पाठक ने बताया कि हर बार मेला समिति कि ओर से दुकानों को बांटने में भ्रष्टाचार किया जाता रहा है. इस बार दुकानों के आवंटन में पूरी पारदर्शिता रखी जाए. ऐसा ना करने पर कांग्रेस पार्षद दल के सदस्य इसका विरोध करेंगे.
घेराव करने वालो में महेंद्र शर्मा, सुनील वैष्णव, प्रमोद लोधा, गोविंद गर्ग, रामबाबू अग्रवाल, पंकज जैन, जाकिर भाई, अख़्तरी बेगम, सुंदरपाल सिंह, राजेन्द्र एरन आदि मौजूद रहें.