कोटा. जिले में लगातार कोरोना संक्रमण का कहर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों कोविड-19 मरीजों से फुल हो गए हैं काफी संख्या में मरीज ऑक्सीजन पर आ गए हैं जिससे अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांटो की खपत बढ़ गई. वहीं ऑक्सीजन प्लांट के इंचार्ज के अनुसार 24 घंटे में अट्ठारह सौ सिलेंडर खाली हो रहे हैं.
ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि एक सिलेंडर 2 मिनट में खाली हो रहा है.बता दे कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एसएसबी सेंटर में आक्सीजन पर करीब 5 सौ के ऊपर कोरोना मरीज भर्ती है. ऐसे में ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट पर भी असर देखने को मिला.
बता दें कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल एसएसबी सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट बने हुए हैं जहां पर ऑकेजन सिलेंडरों की लगातार कमी आ रही थी वही बीते दिन बूंदी जिले अस्पताल से 40 सिलेंडर की एक गाड़ी को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था. इसके साथ ही एक लिक्विड ऑक्सीजन का एक ट्रक भी कोटा आया है जो कि रानपुर स्थित कोटा ऑक्सीजन प्लांट में खाली करवाया जहां से सिलेंडरों को भरकर मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट में लाया जा रहा है जहां पर आने जाने में गाड़ी को 1 घंटे का समय लग रहा है.
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मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में भी ऑक्सीजन लिक्विड प्लांट लगाया हुआ है.जिसकी क्षमता करीब चार हजार लीटर की है. लेकिन उसको अभी चालू नही किया गया.अगर यह प्लांट जल्द शुरू हो जाये तो ऑक्सीजन को ऑक्सीजन मिलेगी और खपत भी कम होगी.