कोटा. कोरोना संक्रमण के चलते सरकार की फ्लैगशिप और विभागों की योजनाओं के क्रियान्वयन की गति धीमी हो गई है. इसी संबंध में सोमवार को जिला परिषद के सभागार में संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा ने मीटिंग आयोजित की. इस दौरान उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन की गति को लगातार बढ़ाने की बात कही.
उन्होंने कहा कि टीम भावना से काम करते हुए सभी विभाग कोरोना संक्रमण रोकने के लिए भी कार्य करें और लाभार्थियों तक योजनाओं का पूरा लाभ पहुंचाया जाए. साथ ही विभागीय लक्ष्यों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों से कहा कि उनके अधीन कार्यरत सभी कर्मी मुख्यालय पर ही रहें. मुख्यालय नहीं छोड़ें. साथ बारिश का मौसम है. इसके चलते कई घटनाएं दुर्घटनाएं होती हैं. सभी पर भी निगरानी रखें.
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संभागीय आयुक्त मीणा ने कोरोना वायरस से रोकथाम के प्रयासों पर बातचीत करते हुए कहा कि होम आइसोलेट किए गए मरीजों की भौतिक रूप से जांच की जाए. उन्हें आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध करवाई जाएं. साथ ही निगरानी के लिए 30 से ज्यादा अधिकारियों की टीम बनाने के निर्देश दिए हैं.
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वहीं होम आइसोलेशन का कोई भी व्यक्ति उल्लंघन करता है तो उसे राजस्थान डिजीज एक्ट में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इस बैठक में जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़, शहर एसपी गौरव यादव, जिला परिषद सीईओ टीकम चंद बोहरा, यूआईटी सचिव राजेंद्र सिंह कैन, नगर निगम दक्षिण आयुक्त कीर्ति राठौड़, उत्तर आयुक्त वासुदेव मालावत, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना सहित कई लोग मौजूद थे.