कोटा. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बाद रिकवरी करने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कोटा जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एसएसबी सेंटर के ऑक्सीजन जेनरेटिंग प्लांट में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई में देरी होने से बड़े सिलेंडर खत्म हो गए. ऐसे में कर्मचारियों ने जुगाड़ का स्ट्रक्चर बनाकर छोटे सिलेंडर लगाए, जिससे वहां भर्ती मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई की गाड़ी आने तक ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई.
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कोटा में मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है. यहां पर ऑक्सीजन के एक लिक्विड प्लांट सहित तीन ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट लगे हुए हैं. वहीं, लिक्विड टैंक की सप्लाई मेडिकल कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में ही दी जा रही है. साथ ही 30 सिलेंडर की क्षमता वाला एक ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट भी लगा हुआ है.
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मेडिकल कॉलेज के एसएसबी ब्लॉक में 80 सिलेंडर कैपेसिटी के 2 जनरेटिंग प्लांट बने हुए हैं, जिसमें 40 सिलेंडर की सप्लाई ही चालू रखी जाती है और 40 सिलेंडर बैकअप में रखे जाते हैं. मंगलवार को सप्लाई की गाड़ी लेट होने पर एक प्लांट में सिलेंडर खत्म होने पर छोटे सिलेंडर जुगाड़ लगाकर लगाए गए, जिससे गाड़ी आने तक सप्लाई में बैकअप मिल गया और सप्लाई सुचारू चालू रही. बता दें कि एसएसबी ब्लाक में ए ब्लाक ओर बी ब्लाक में आईसीयू बने हुए हैं, जिसमें कोविड के गम्भीर मरीज भर्ती है. इनमें लगातार आक्सीजन की जरूरत को देखते हुए सप्लाई लगातार बनी रहने बेहत जरूरी है.
कोटा में मंगलवार को सामने आए 740 कोरोना मरीज
कोटा में मंगलवार को 4172 सैंपल टेस्ट किए गए थे, जिसमें से 740 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं और 7 मरीजों की मौत हो गई है. वहीं, पूरे राजस्थान में 16080 नए कोरोना केस सामने आए और 169 कोरोना रोगियों की मौत हुई है.