कोटा. जिले में नगर निगम चुनाव और दिवाली का त्योहार निपटने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है. पहले की अपेक्षा अब ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के कोविड-19 इमरजेंसी में वार्ड फुल होने से मरीजों के लिए जगह की भी कमी भी हो रही है. साथ ही सर्वर डाउन होने से कोविड मरीजों की पर्चियां भी नहीं बन रही है. ऐसे में उनको घंटों परेशान होना पड़ रहा है. वहीं मरीजों और तीमारदारों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
चार दिनों से चल रहा है सर्वर डाउन
कोटा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में पर्ची काउंटरों पर कोविड मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में वहां 4 दिन से सर्वर डाउन होने के चलते पर्ची काउंटरों पर भीड़ भी देखी जा रही है. मरीजों ने बताया कि करीब 1 घंटे से लाइनों में खड़े रहने के बाद भी पर्चियां नहीं बन पा रही है. उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि प्रशासन की अनदेखी के चलते यह सब हो रहा है.
कोविड अस्पताल में बढ़ रही है मरीजों की संख्या
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर सुशील ने कहा कि नगर निगम चुनाव और दिवाली का त्योहार के बाद अब कोविड-19 मरीज बढ़ गए हैं. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर रखी है, लेकिन अब इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतें हो सकती है. यहां मौजूद इमरजेंसी वार्ड फुल हो चुका है. सरकार का बजट नहीं आने से प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करना बंद कर दिया गया है. इसके लिए भी अब प्राइवेट अस्पतालों को लिखित में दिया जाएगा, ताकि वहां पर भर्ती किया जा सके. उन्होंने बताया कि मरीजों की तादाद बढ़ने से ऑक्सीजन की भी खपत बढ़ने लगी है.
साथ ही उन्होंने कहा कि जनता से यही आग्रह है कि जितना ज्यादा हो सके संक्रमण के संपर्क में आने से बचें क्योंकि अब यह ज्यादा फैलने की आशंका है. मौसम में ठंडक होते ही कोविड-19 सक्रिय होने की आशंका जताई जा रही है.