इटावा (कोटा). जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र को कोटा जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले बड़ौद के पास समीप स्थित चेतक जेनको टोल प्लाजा पर एक रोडवेज बस को पास करने को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि मजबूरन रोडवेज कर्मचारी को अपनी जेब से टोल की राशि का देकर बस को पास करवाना पड़ा.
इस बारे में टोल मैनेजर ने कहा कि रोडवेज प्रबंधन आए दिन बसों के ब्रेक डाउन होने का बहाना बनाकर दूसरी बसों को भेज देता है. जिसके चलते हमें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं रोडवेज बस कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि राज्य परिवहन विभाग कोटा के द्वारा एक लेटर जारी करके और बस को भेजा गया था. फिर भी बड़ौद के टोल कर्मियों ने इसको आवागमन के लिए पास नहीं किया और जबरन टोल वसूली पर अड गए.
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टोल मैनेजर संजीव सिंह भदौरिया का कहना है कि कोटा रोडवेज बस डिपो प्रबधंन ने जिन बसों के पास जारी करवा रखे हैं उन्हें नहीं रोका जा रहा है. लेकिन रोडवेज प्रबधंन एक लेटर जारी करके दूसरी बस को भेज देता है जो गलत है. रोडवेज प्रबंधन की इस मनमानी को रोकने को लेकर यह कदम उठाना पड़ा है. बस कर्मी से टोल वसूल किया गया है.