कोटा. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया रविवार को कोटा दौरे पर आए थे. उन्होंने यहां पर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा बयान दिया. इसमें भाजपा और कांग्रेस की तुलना करते हुए पूनिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के जूते के बराबर भी कांग्रेस नहीं है. इसके लिए कांग्रेस को सात जन्म लेने पड़ेंगे. इस बयान के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता उत्तेजित थे. ऐसे में कोटा दौरे पर आए पूनिया को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा.
उत्तेजित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सतीश पूनिया के काफिले को काले झंडे दिखाए (Congressmen showed black flags to BJP state president) और उनके सामने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान पूनिया के काफिले में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की भी की गई. कार्यकर्ताओं ने पूनिया की गाड़ी पर पत्थर (congressmes stone pelt on Poonia car) भी फेंके.
जानकारी के अनुसार सतीश पूनिया अपने कोटा दौरे को खत्म करने के बाद जयपुर के लिए करीब 4 बजे रवाना हुए. बल्लोप के नजदीक से नेशनल हाईवे 52 पर काफिला पहुंचा ही था कि तभी अचानक से सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंच गए और उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के काफिले को रोक लिया. अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उनके साथ मौजूद भाजपा कार्यकर्ता भी सकते में आ गए.
विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ हुई निचले स्तर की बयानबाजी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को शोभा नहीं देती है. जिस पार्टी ने देश की आजादी के लिए काम किया और 70 साल तक देश पर सत्तासीन रहते हुए शासन चलाया है, उसके लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गलत बयानबाजी कर रहे हैं. करीब 20 मिनट तक यह घटना क्रम चलता रहा. इस दौरान सतीश पूनिया अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे. उन्होंने गाड़ी को अंदर से लॉक कर लिया.
जबकि बाहर उनके साथ मौजूद पीएसओ और अन्य भाजपा के कार्यकर्ता भी कांग्रेसियों को दूर करने की कोशिश करते रहे. इस पूरे प्रदर्शन का नेतृत्व विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र सांखला ने किया. उनके साथ सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे. हालांकि बाद में कांग्रेस कार्यकर्ता स्वतः ही दूर हट गए जिसके बाद पूनिया सकुशल जयपुर के लिए रवाना हुए. हालांकि इस घटनाक्रम के दौरान पुलिस मौके पर नहीं पहुंच पाई.
रामलाल शर्मा ने की घटना की निंदा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि सतीश पूनिया की गाड़ी पर कांग्रेस शासन में इस तरह खुलेआम हिंसक हमले की घटना की वह निंदा करते हैं. सड़क से लेकर विधानसभा तक प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अभी से स्पष्ट हो गया है कि 2023 में सूपड़ा साफ होने वाला है. इसमें किसान, युवा और महिलाएं कांग्रेस को हमेशा के लिए सत्ता से उखाड़ फेंकने को तैयार हैं. इसलिए बौखलाकर गलत कदम उठा रहे हैं. शर्मा ने लोकतंत्र में इस प्रकार की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार को इस घटना में लिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
सतीश पूनिया ने कहा- हमने भी नहीं पहन रखी चूड़ियां...
इस पूरे प्रकरण पर सफाई देते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि उन्होंने जो बात कही थी, वह चर्चा और चौपाल पर आमतौर पर कही जाती है. इसमें अनैतिक कुछ भी नहीं था, लेकिन इस तरह का रिएक्शन करना गलत है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में उनके पास भी डेढ़ करोड़ कार्यकर्ता हैं और उन्होंने भी चूड़ियां नहीं पहनी हुई है. इस तरह से वह भी जवाब देना जानते हैं. इस मामले को रीट परीक्षा में हुई गड़बड़झाले से जुड़ा हुआ बताया है. इसी के चलते यह कदम कांग्रेस ने उठाया है, क्योंकि अगर इसकी पूरी तरह से जांच हो जाएगी तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता थे, क्योंकि एक नेता के वह नारे लगा रहे थे.