कोटा. सांगोद विधानसभा सीट से विधायक भरत सिंह पत्रों के जरिए प्रशासनिक अधिकारियों और अपनी सरकार के खिलाफ कई बार मोर्चा खोल चुके हैं. ऐसे में इस बार उन्होंने पत्र लिखकर राज्यसभा चुनाव के पहले जयपुर में हो रही विधायकों की बाड़ेबंदी पर सवाल उठाया है. विधायक ने एआईसीसी के महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे को लिखे पत्र में कहा है कि राजस्थान में दोनों राज्यसभा सीटें जीतना पहले से ही तय है. जिस गंभीरता के साथ पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता राज्यसभा के चुनाव पर ध्यान दे रहे हैं, ऐसा पहले हुए राज्यसभा चुनाव में देखने को नहीं मिला है.
इसी तरह से लोकसभा चुनाव 2019 में भी पार्टी के वरिष्ठ नेता ध्यान से कार्य करते तो लोकसभा के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में होते. हालांकि, जयपुर में विधायकों की हुई बाड़ेबंदी 10 जून से ही शुरू हो गई थी, लेकिन भरत सिंह 13 जून तक अपने विधानसभा एरिया में ही थे. वह 13 जून की दोपहर ही जयपुर के लिए रवाना हुए थे. विधायक भरत सिंह ने 11 जून को गुप्त रूप से अविनाश पांडे को यह पत्र लिखा था.
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कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने इसी पत्र में एआईसीसी के महासचिव अविनाश पांडे से कहा है कि राज्यसभा चुनाव समाप्त होने के बाद स्थिति वापस विपरीत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि अधिकांश राज्यसभा के सांसद विधायकों को नहीं पहचानते, जो उन्हें राज्यसभा में चुन कर भेज रहे हैं. चुनाव के बाद नेताओं का किसी भी विधायक से कोई लेना-देना ही नहीं रहेगा.