ETV Bharat / city

कोटा : किसानों के समर्थन में पहुंचे कॉमेडियन सुरेश अलबेला...कहा- जवान और किसान के साथ देश खड़ा है - Kota Suresh Albela farmer support

कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए कोटा में चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए कॉमेडियन सुरेश अलबेला पहुंचे. जहां उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से किसानों की पीड़ा को व्यक्त किया. इसके साथ ही सुरेश अलबेला ने किसानों के लिए तैयार की गई एक कविता भी पढ़ी. इस दौरान उन्होंने कहा कि जवान और किसान के साथ पूरे देश को खड़ा होना चाहिए.

किसान समर्थन सुरेश अलबेला,  कोटा किसान आंदोलन,  किसान महासभा उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा,  Kota Collectorate farmer picket Suresh Albela,  Kota comedian Suresh Albela farmer picket,
किसानों के समर्थन में पहुंचे कॉमेडियन सुरेश अलबेला
author img

By

Published : Jan 16, 2021, 7:56 PM IST

कोटा. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलन को चलते 50 दिन से भी ज्यादा का समय हो गया है. कोटा में भी किसान 34 दिन से कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे हैं. नए कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए कॉमेडियन सुरेश अलबेला और अन्य कई कवि कोटा पहुंचे. उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से किसानों की पीड़ा को व्यक्त किया. अलबेला ने किसानों के लिए तैयार की गई एक कविता भी पढ़ी. इस दौरान उन्होंने कहा कि जवान और किसान के साथ पूरे देश को खड़ा होना चाहिए.

किसानों के समर्थन में सुरेश अलबेला

पढ़ें- Exclusive: बड़े पदों पर बैठे रिश्वतखोर भ्रष्टाचार के हिस्ट्रीशीटर हैं, इन्हें भी कैदी की तरह धारीदार कपड़ों में ही पेशी पर लाए: भरत सिंह कुंदनपुर

सुरेश अलबेला ने कहा कि किसानों के समर्थन में तो सब को बोलना चाहिए. किसी भी पार्टी ने किसानों का दर्द नहीं समझा. बीते 70 सालों से देश में होता आया है, पिछले 10 सालों से वह हो रहा है. अभी यह कानून और लाए हैं, जिसमें एमएसपी रेट भी किसानों को नहीं दी मिलेगी. किसान हमें अन्न उगा कर देता है, जो हमारे लिए खेत में खड़ा रहता है. किसान और जवान के लिए पूरे हिंदुस्तान को 24 घंटे खड़ा रहना चाहिए. सुरेश अलबेला ने किसानों के लिए लिखी कविता सुनाकर सबकी वाहवाही भी लूटी.

किसान समर्थन सुरेश अलबेला,  कोटा किसान आंदोलन,  किसान महासभा उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा,  Kota Collectorate farmer picket Suresh Albela,  Kota comedian Suresh Albela farmer picket,
किसानों के समर्थन में पहुंचे कॉमेडियन सुरेश अलबेला

अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा ने कहा कि कृषि कानूनों पर सरकार का अड़ियल रवैया है. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए यह कानून डेथ वारंट से कम नहीं है, इसमें कोई संशोधन नहीं चाहिए. सभी कानूनों को रद्द कर दिया जाए, यहीं मांग है.

कोटा. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलन को चलते 50 दिन से भी ज्यादा का समय हो गया है. कोटा में भी किसान 34 दिन से कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे हैं. नए कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए कॉमेडियन सुरेश अलबेला और अन्य कई कवि कोटा पहुंचे. उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से किसानों की पीड़ा को व्यक्त किया. अलबेला ने किसानों के लिए तैयार की गई एक कविता भी पढ़ी. इस दौरान उन्होंने कहा कि जवान और किसान के साथ पूरे देश को खड़ा होना चाहिए.

किसानों के समर्थन में सुरेश अलबेला

पढ़ें- Exclusive: बड़े पदों पर बैठे रिश्वतखोर भ्रष्टाचार के हिस्ट्रीशीटर हैं, इन्हें भी कैदी की तरह धारीदार कपड़ों में ही पेशी पर लाए: भरत सिंह कुंदनपुर

सुरेश अलबेला ने कहा कि किसानों के समर्थन में तो सब को बोलना चाहिए. किसी भी पार्टी ने किसानों का दर्द नहीं समझा. बीते 70 सालों से देश में होता आया है, पिछले 10 सालों से वह हो रहा है. अभी यह कानून और लाए हैं, जिसमें एमएसपी रेट भी किसानों को नहीं दी मिलेगी. किसान हमें अन्न उगा कर देता है, जो हमारे लिए खेत में खड़ा रहता है. किसान और जवान के लिए पूरे हिंदुस्तान को 24 घंटे खड़ा रहना चाहिए. सुरेश अलबेला ने किसानों के लिए लिखी कविता सुनाकर सबकी वाहवाही भी लूटी.

किसान समर्थन सुरेश अलबेला,  कोटा किसान आंदोलन,  किसान महासभा उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा,  Kota Collectorate farmer picket Suresh Albela,  Kota comedian Suresh Albela farmer picket,
किसानों के समर्थन में पहुंचे कॉमेडियन सुरेश अलबेला

अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा ने कहा कि कृषि कानूनों पर सरकार का अड़ियल रवैया है. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए यह कानून डेथ वारंट से कम नहीं है, इसमें कोई संशोधन नहीं चाहिए. सभी कानूनों को रद्द कर दिया जाए, यहीं मांग है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.