रामगंजमंडी (कोटा). जिले की रामगंजमंडी में 5 अगस्त को कोटा स्टोन एसोसिएशन अध्यक्ष और भाजपा जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र काला पर नकाबपोश अपराधियों ने जानलेवा हमला किया था. जिसका मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. मामले को लेकर कोटा स्टोन व्यापार संघ सहित कई संगठन ने बैठक का आयोजन किया. जिसमें पुलिस की नाकामी को देखते हुए. रामगंजमंडी शहर और कोटा स्टोन इकाइयां सहित कोटा स्टोन माइंस को 10 अगस्त को बंद करने का आव्हान किया है.
बता दें, 5 अगस्त को कोटा स्टोन एसोसिएशन अध्यक्ष पर हुए जानलेवा हमले में कार्रवाई करते हुए, एडिशनल एसपी पारस जैन भी रामगंजमंडी आए थे. जहां कोटा स्टोन व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही गई थी. लेकिन अभी तक रामगंजमंडी पुलिस का अपराधियों को ढूंढने का अनुसंधान जारी है. लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहा है.
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बता दें कि पुलिस ने अभी तक अपराधियों की ओर से घटना को अंजाम देने जिस गाड़ी से आए थे. उसे जब्त की है. साथ ही 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. लेकिन मुख्य आरोपी सहित 3-4 लोग फरार चल रहे हैं. भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी पूर्व सदस्य और व्यापारी वीरेंद्र जैन ने बताया कि, घटना के 5 दिन बाद भी फरार चल रहे आरोपियों का पुलिस कोई पता नहीं लगा पाई.
जिसके चलते शहर में व्याप्त आक्रोश के कारण रविवार को सर्वदलीय और सर्वसमाज की बैठक शहर के अग्रसेन अतिथि ग्रह में हुई. जिसमें उपस्थित कोटा स्टोन व्यापारी और सर्वदल ने निर्णय लिया है कि 10 अगस्त को रामगंजमंडी शहर और कोटा स्टोन का कार्य पूर्णरूप बंद रखा जाएगा.
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करोड़ों के नुकसान की आशंका
कोटा स्टोन क्षेत्र में लगभग 1500 से अधिक इकाइयां बंद रहने से 10 हजार मजदूरों की एक दिन की मजदूरी पर भारी असर पड़ेगा. पहले ही कोरोना से कोटा स्टोन और मजदूरों की कमर टूटी हुई है. वहीं बंद के चलते करोड़ों रुपए का नुकसान होगा.