कोटा. वन विभाग के अतिक्रमण हटाने के दौरान संदिग्ध परिस्थिति में चतुर्भुज नाम के व्यक्ति की मौत आंवली रोजड़ी में हो गई थी. इस मामले में पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं, मृतक के परिजनों और स्थानिय लोगों ने रविवार को आंवली रोजड़ी में जमकर धरना प्रदर्शन किया.
बता दें कि उन्होंने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर कोटा से रावतभाटा जाने वाले स्टेट हाईवे को जाम कर दिया था. इसी को लेकर काफी गहमागहमी रही और पुलिस ने समझाइश कर रास्ते को खुलवाया. इस मामले में पुलिस ने आरकेपुरम थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है, जिसमें पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत और 150 से 200 अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कोटा शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी ने कहा कि उन्होंने जो भी व्यक्ति रास्ता जाम करने में शामिल थे, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वहीं पूरे घटना स्थल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी करवाई गई थी. ऐसे में वीडियो व फोटो से भी रास्ता जाम करने वाले लोगों की तस्दीक कर उनके खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है, जिन्होंने इस जाम को लगवाया था और रास्ता जाम किया था.
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इस मामले में पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने स्टेट हाईवे को जाम करते हुए कहा था कि चतुर्भुज की मौत सदमे से नहीं हुई है. इसके लिए वन विभाग जिम्मेदार है. ऐसे में उन्होंने 10 लाख रुपए की सहायता राशि की मांग की थी. इस पर मृतक के परिजनों की शिकायत पर वन विभाग के कार्मिकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था और उचित मुआवजे का आश्वासन दिया था.