कोटा. कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में बुधवार को फिजिकल के तहत दौड़ का आयोजन किया गया. इसमें पूरे प्रदेश से सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने भाग लिया. दौड़ के दौरान कई अभ्यर्थी तो सफल हो गए, लेकिन कुछ अभ्यर्थी 5 किलोमीटर लंबी दौड़ को पूरा नहीं कर पाए. यहां तक कि जी जान लगाकर दौड़ने वाले कुछ अभ्यर्थियों को अस्पताल तक पहुंचना पड़ गया. क्योंकि उनकी तबीयत दौड़ के दौरान ही बिगड़ गई.
कुछ अभ्यर्थियों की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. वे मैदान में ही बेहोश होकर गिर गए. ऐसे में उन्हें आनन-फानन में एमबीएस अस्पताल ले जाना पड़ा. जहां पर उन्हें भर्ती किया गया और वहां उनका उपचार चल रहा है. यह लोग दौड़ के दौरान हांफ गए थे. जिन दो अभ्यर्थियों को पुलिस एमबीएस अस्पताल में लेकर आई उनमें जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ निवासी दशरथ सिंह और जयपुर के बस्सी के नजदीक स्थित माधोगढ़ के महेंद्र सिंह शामिल है.
दोनों की हालत अब स्थिर है और वह पहले से थोड़ा ठीक महसूस कर रहे हैं. हालांकि अभी उम्र में एमबीएस अस्पताल में ही भर्ती रखा गया है. डिस्चार्ज नहीं किया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि आज गर्मी भी तेज थी साथ ही धूप के चलते उन्हें दौड़ने में परेशानी का सामना करना पड़ा था, इसी कारण उन्हें ये परेशानी हुई थी.
एक दर्जन से ज्यादा अभ्यर्थियों की हुई समस्या
फिजिकल के लिए आयोजित 5 किलोमीटर लंबी दौड़ में जब अभ्यर्थियों को दौड़ाया गया तो सब एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश में थे. हालांकि कुछ अभ्यर्थियों के हालत दौड़ के मध्य में ही खराब होने लगी और वह हांफने लग गए. यह लोग भर्ती में फिजिकल पूरा करने के लिए जी जान लगा रहे थे, लेकिन वे दौड़ में सफल नहीं हो पाए. ऐसे करीब एक दर्जन से ज्यादा अभ्यर्थियों को दिक्कत हुई. अधिकांश को तो प्राथमिक उपचार महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में ही पुलिस विभाग की तरफ से मौजूद चिकित्सकों ने दे दिया और जिससे उन्हें तत्काल राहत मिली.
डोर टू डोर कचरा संग्रहन के लिए टिपर लगाएं
कोटा में दोनों नगर निगम में 150 वार्ड बनाए गए हैं. जिसमें डोर टू डोर कचरा संग्रहन के लिए टिपर लगाए हुए हैं. वहीं टिपर चालकों ओर नगर निगम कार्यरत सविंधा कर्मचारियों को ठेकेदार की ओर से तीन माह से भुगतान नही मिलने पर आज कलेक्ट्रेट में पहुंच कर कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ को ज्ञापन दिया.