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बूंदी: भूमि विवाद को लेकर जैन समाज और ग्रामीण आमने-सामने....जोरदार प्रदर्शन - land dispute in Bundi

बूंदी में भूमि विवाद को लेकर जैन समाज और ग्रामीण आमने-सामने हो गए है..जिसके बाद गुस्साएं ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.

भूमि विवाद का मसला बढ़ा
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Published : Mar 15, 2019, 10:45 AM IST

बूंदी. जिले के सिलोर गांव में जैन समाज और ग्रामीणों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां कुछ दिन पहले जमीन पर रास्ते को लेकर जैन समाज और ग्रामीणों के बीच पत्थरबाजी हो गयी थी. जिसके बाद अबतक दोनों पक्षों में तनातनी का माहौल है.

विवाद को देखते हुए विवादस्थल पर आरएसी के जवानों को तैनात किया था, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ग्रामीण जैन समाज की ओर से करवाई गई दीवार निर्माण को पूरी तरह से हटाने की मांग कर रहे है और जिला कलेक्ट्रर को आंदोलन की चेतावनी दी है. भारी संख्या में ग्रामीणों ने गुरूवार को जिला कलेक्ट्रेट पर पहुचें और ज्ञापन देकर निर्माण को बंद करवाने की मांग की है.


जानिए क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार सिलोर गांव में दो जैन मंदिरों के बीच की जगह पर 7 मार्च देर रात्रि में जैन समाज ने दीवार बनवाकर चार दीवारी कर दी थी. जब सुबह ग्रामीणों को दीवार बनने की जानकारी मिली तो वे आक्रोशित हो गए और मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया और बात गाली गलोच तक पहुंची और दोनों गुटों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया. 7 मार्च हो हुए विवाद से पुलिस बल इलाके में तैनात है और दोनों समाज को दीवार तक प्रशासन नहीं आ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है की प्रशासन ने जैन समाज को शह दे रखी है. जिससे वह देर रात्रि में भी निर्माण कर कर रहे है और वहां जेसीबी मशीन से रास्ते को खत्म कर खुद के लिए दीवार बना रहे है, लेकिन हम इसका विरोध करेंगे.

सिलोर पंचायत की सरपंच कुसुमलता कुशवाह ने बताया कि दोनों मंदिर के बीच रास्ता बना हुआ है. जिसे सभी आवागमन में काम में लेते हैं. नरेगा के तहत यहां 3 साल पहले ग्रेवल का भी काम हुआ था. 6-7 साल पहले भी रास्ते को लेकर विवाद हुआ था. उस दौरान दोनों तरफ आने-जाने के लिए जगह छोड़ी गई. दोनों तरफ 20-22 फीट की जगह छोड़ी हुई थी, जिसे बंद कर दिया गया था. जो भी फैसला होगा, वो गांव की सहमति से होगा.

बूंदी. जिले के सिलोर गांव में जैन समाज और ग्रामीणों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां कुछ दिन पहले जमीन पर रास्ते को लेकर जैन समाज और ग्रामीणों के बीच पत्थरबाजी हो गयी थी. जिसके बाद अबतक दोनों पक्षों में तनातनी का माहौल है.

विवाद को देखते हुए विवादस्थल पर आरएसी के जवानों को तैनात किया था, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ग्रामीण जैन समाज की ओर से करवाई गई दीवार निर्माण को पूरी तरह से हटाने की मांग कर रहे है और जिला कलेक्ट्रर को आंदोलन की चेतावनी दी है. भारी संख्या में ग्रामीणों ने गुरूवार को जिला कलेक्ट्रेट पर पहुचें और ज्ञापन देकर निर्माण को बंद करवाने की मांग की है.


जानिए क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार सिलोर गांव में दो जैन मंदिरों के बीच की जगह पर 7 मार्च देर रात्रि में जैन समाज ने दीवार बनवाकर चार दीवारी कर दी थी. जब सुबह ग्रामीणों को दीवार बनने की जानकारी मिली तो वे आक्रोशित हो गए और मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया और बात गाली गलोच तक पहुंची और दोनों गुटों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया. 7 मार्च हो हुए विवाद से पुलिस बल इलाके में तैनात है और दोनों समाज को दीवार तक प्रशासन नहीं आ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है की प्रशासन ने जैन समाज को शह दे रखी है. जिससे वह देर रात्रि में भी निर्माण कर कर रहे है और वहां जेसीबी मशीन से रास्ते को खत्म कर खुद के लिए दीवार बना रहे है, लेकिन हम इसका विरोध करेंगे.

सिलोर पंचायत की सरपंच कुसुमलता कुशवाह ने बताया कि दोनों मंदिर के बीच रास्ता बना हुआ है. जिसे सभी आवागमन में काम में लेते हैं. नरेगा के तहत यहां 3 साल पहले ग्रेवल का भी काम हुआ था. 6-7 साल पहले भी रास्ते को लेकर विवाद हुआ था. उस दौरान दोनों तरफ आने-जाने के लिए जगह छोड़ी गई. दोनों तरफ 20-22 फीट की जगह छोड़ी हुई थी, जिसे बंद कर दिया गया था. जो भी फैसला होगा, वो गांव की सहमति से होगा.

Intro:बूंदी जिले के सिलोर गावं में जैन समाज एवं ग्रामीणों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है यहां कुछ दिन पूर्व जमींन पर रास्ते को लेकर जैन समाज और ग्रामीणों के बीच पत्थरबाजी हो गयी थी मौके पर तनाव के हालात को देखते हुए आरएसी के जवानों को तैनात किया था लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है ग्रामीण जैन समाज द्वारा करवाए गए दिवार निर्माण को पूरी तरह से हटाने की मांग कर रहे है और जिला कलेक्ट्रर को आंदोलन की चेतावनी दी है। आज भी भारी संख्या में ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पर पहुचें और ज्ञापन देकर निर्माण को बंद करवाने की मांग की है। 




Body:जानकारी के अनुसार सिलोर गावं में दो जैन मंदिरों के बीच की जगह पर 7 मार्च देर रात्रि में जैन समाज ने दीवार बनवाकर चार दीवारी कर दी थी। जब सुबह ग्रामीणों को दीवार बनने की जानकारी मिली तो वे आक्रोशित हो गए और मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया और बात गाली गलोच तक पहुंची और दोनों गुटों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया। 7 मार्च हो हुए विवाद से पुलिस बल इलाके में तैनात है और दोनों समाज को दिवार तक प्रशासन नहीं आ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है की प्रशासन ने जैन समाज को श्रेय दे रखी है जिससे वह देर रात्रि में भी निर्माण कर कर रहे है और वहाँ जेसीबी मशीन से रास्ते को खत्म कर खुद के लिए दीवार बना रहे है लेकिन हम इसका विरोध करेंगे। 



Conclusion:सिलोर पंचायत की सरपंच कुसुमलता कुशवाह ने बताया कि दोनों मंदिर के बीच रास्ता बना हुआ है। जिसे सभी आवागमन में काम में लेते हैं। नरेगा के तहत यहां 3 साल पहले ग्रेवल का भी काम हुआ था। 6-7 साल पहले भी रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। उस दौरान दोनाें तरफ आने-जाने के लिए जगह छोड़ी गई। इस रास्ते से होकर ताखाजी व चारभुजा मंदिर में पहुंचते हैं। आंगनबाड़ी केंद्र व सरकारी स्कूल के बच्चे भी इस रास्ते का उपयोग करते हैं। साकरड़ा संपर्क सड़क को भी यह रोड जोड़ता है। दोनों तरफ 20-22 फीट की जगह छोड़ी हुई थी, जिसे बंद कर दिया गया था। जो भी फैसला होगा, वो गांव की सहमति से होगा।


बाईट :-कुसुमलता कुशवाह ,  सरपंच सिलोर पंचायत  
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