राजसमंद. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री, रामगंजमण्डी विधायक और राजसमंद उपचुनाव प्रभारी मदन दिलावर ने सुकेत कस्बे की अनुसूचित जाति की नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले को दिल दहला देने वाला मामला बताया है. दिलावर ने कहा कि हुए देश में इस प्रकार की कोई दूसरा मामला नहीं हुई है, जिसमें एक नाबालिग के साथ लगभग 30 से 40 लोगों ने 9 दिन तक लगातार दुष्कर्म किया. लेकिन, प्रदेश की कांग्रेस सरकार और उनके कारिन्दों को जरा भी शर्म नहीं है कि वो इस जघन्य वारदात के चलते पीड़िता एवं उसके परिवार को सांत्वना देने उसके घर पहुंचती.
दिलावर ने कहा कि सरकार उन दरिन्दों को बचाना चाहती है, क्योंकि वो एक विशेष समुदाय के होने के साथ-साथ उनके कार्यकर्ता और वोट बैंक भी है. इसी उलझन में मामले के 17 दिन बीत जाने के बावजूद भी गहलोत सरकार का एक भी मंत्री पीड़िता के घर नहीं पहुंचा है. उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत से पूछा है कि आपके पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहूल गांधी, कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी क्या दलित नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के घर नहीं आएंगे. वो हाथरस की घटना पर तो चीख-चीखकर रोए थे, पूरे देश में हाहाकार मचा दिया था, तो क्या फिर यह सुकेत की दलित नाबालिग देश से बाहर की रहने वाली है. इस प्रश्न का उत्तर जनता को देना चाहिए.
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दिलावर ने कहा कि उन्हें पता है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और इस सरकार का सब खून माफ है. इसलिए उनके बड़े नेताओं को आना ही नहीं है. दिलावर ने ये भी कहा है कि सभी आरोपी एक विशेष समूदाय के होने के कारण जयपुर से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस के नेताओं पर कार्रवाई ना करने का दबाव है.