कोटा. राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया शुक्रवार को कोटा दौरे पर रहे. उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर कलह पर बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस भीतर से दो गुटों में बंटी हुई है. ये सीएम गहलोत का बयान ही बताता है.
कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बयान देते हैं कि गली-गली, गांव-गांव चाहता था कि वह मुख्यमंत्री बने और ऐसा बयान उन्होंने एक बार नहीं दो-तीन बार दिया है. जबकि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पूरा भाषण पढ़ देते हैं, जिसके अंदर मुख्यमंत्री का एक बार भी नाम नहीं होता. इससे साफ झलकता है कि कांग्रेस में दो ध्रुव आपस में टकरा रहे हैं.
कटारिया ने कहा कि सबसे बड़ी बात है कि मुख्यमंत्री दिल्ली में ज्यादा रहते है और प्रदेश में कम. अगर सरकार बनने के बाद दिल्ली जाने का रिकॉर्ड देखा जाए, तो वह प्रदेश में रहने से ज्यादा होगा. इससे साफ है कि सरकार कैसी चल रही होगी.
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इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सवाल के जवाब में कहा कि उनके यहां कोई भी प्रदेश अध्यक्ष बनेगा, सब सहर्ष स्वीकार कर लेंगे. उसका कोई विरोध नहीं करेगा. जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस्तीफा दे चुके हैं और अध्यक्ष बनाने को लेकर वहां पर कशमकश चल रही है. जबकि उनके यहां पर प्रदेश अध्यक्ष की मृत्यु के कारण पद खाली हुआ है. ऐसे में कांग्रेस को इस संबंध में कोई बात करने का हक ही नहीं है.
मंत्री धारीवाल द्वारा नेता प्रतिपक्ष कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राठौड़ के बीच वर्चस्व की लड़ाई के बयान पर कटारिया ने कहा कि वह आदमी कुछ भी बोल सकता है, उसको छूट है. उसका दिनभर का रिकॉर्ड इकट्ठा करके शाम को उसी को सुनाएंगे कि वह क्या-क्या बोला है, तो उन्हें सुनकर भी अफसोस होगा क्योंकि उनके मुंह से ऐसी बात कैसे निकल गई.