कोटा. झालावाड़ के कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड मामले (Krishna Valmiki Murder Case) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश नेतृत्व ने एक जांच दल गठित किया है. जिसमें चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर और भाजपा के प्रदेश महामंत्री व विधायक मदन दिलावर शामिल हैं. मंगलवार को यह प्रतिनिधिमंडल कोटा सर्किट हाउस पहुंचा.
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भाजपा का ये प्रतिनिधमंडल झालावाड़ जाने की तैयारी में था, लेकिन सर्किट हाउस के बाहर पुलिस बल तैनात हो गया और वे झालावाड़ नहीं गए. भाजपा का प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग वाहनों में सवार होकर सर्किट हाउस से रवाना हो गए.
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर (Alka Gurjar) ने कहा कि वे बुधवार को झालावाड़ जाएंगे, जबकि सांसद सीपी जोशी (MP CP Joshi) ने कोटा में एक मीटिंग में शामिल होने की बात कही. जोशी ने कहा कि झालावाड़ जाकर पीड़ित परिवार और सभी पक्षों से बातचीत करेंगे. इसके बाद प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
जोशी ने कहा कि इस मामले को लेकर कोटा में भी एक बैठक है और इसी कारण प्रतिनिधिमंडल कोटा आया है. उन्होंने झालावाड़ नहीं जाने देने के सवाल पर कहा कि मुझे आप लोगों के माध्यम से ही जानकारी मिल रही है कि नहीं जाने दिया जाएगा. लेकिन राजस्थान (Rajasthan) में किसी पीड़ित से नहीं मिलने देना, ऐसा लगता है कि कानून व्यवस्था पर ही प्रश्न चिन्ह है. उन्होंने कहा कि पीड़ित से मिलने से कोई रोक नहीं सकता है.
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर (Alka Gurjar) ने कहा कि राजस्थान में अपराध बढ़ता ही जा रहा है और पुलिस (Rajasthan Police) की क्राइम रिपोर्ट इसे सत्यापित कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) डेढ़ महीने से क्वॉरेंटाइन हैं. उन्होंने सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे गृह मंत्रालय संभल नहीं रही है. कुर्सी मंत्री की हैसियत से वे 2 वर्षों से काम कर रहे हैं. कुर्सी मंत्रालय के माध्यम से कुर्सी बचाने का प्रयास कर रहे हैं.
गुर्जर ने कहा कि भाजपा एक जागरूक पार्टी के तौर पर समाज को साथ लेकर चल रही है. हम तुष्टीकरण की राजनीति नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि झालावाड़ में FIR दर्ज होने के बाद भी उसमें SC-ST एक्ट में धाराएं नहीं जोड़ी गई, जबकि पीड़ित को सरेआम मार कर पीटा गया था. सरकार का पहला काम गवर्नेंस देना है, जिसमें सरकार (Gehlot Government) विफल साबित हो रही है. उन्होंने सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से इस्तीफे की मांग की.
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वहीं, झालावाड़ में धार्मिक भावनाएं भड़काने का मुकदमा भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर (Madan Dilawar) के खिलाफ दर्ज किया गया है. यह मुकदमा झालरापाटन में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की शिकायत पर दर्ज हुआ है. इस पर विधायक मदन दिलावर ने कहा कि यह मेरे को जानकारी में नहीं है, लेकिन चर्चा में आया है. मैंने सुना है कि मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.
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दिलावर ने कहा कि धार्मिक भावनाएं किसे कहते हैं यह मैं नहीं समझता हूं, लेकिन दुष्कर्मियों और हत्यारों के खिलाफ बोलना अगर धर्मिक भावनाएं भड़काना है तो मैं हजार बार बोलूंगा. उन्होंने कहा कि मैं आतंकवादी, दुष्कर्मी, चोर और गुंडों के खिलाफ भी बोलूंगा.
बता दें, रवि और सागर कुरैशी में वर्चस्व की लड़ाई थी. इनमें रंजिश चल रही है. 18 जून को रवि ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सागर कुरैशी पर हमला किया था. मामले में पुलिस ने रवि और उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद से ही सागर कुरैशी अपने साथ हुई मारपीट का रवि से बदला लेना चाहता था, लेकिन उसके गिरफ्तार होने के बाद सागर ने अपने साथियों के साथ रवि के साथी कृष्णा पर हमला कर दिया था.
सागर ने रवि के दोस्त कृष्णा पर 1 जुलाई को अपने साथियों के साथ मिलकर जानलेवा हमला कर दिया. वारदात में कुल आठ बदमाश शामिल बताए गए. इनमें से एक ने वीडियो बनाया, ताकि लोगों में दहशत बनाई जा सके. बाकी सात बदमाशों ने कृष्णा को सड़क पर पटक कर ताबड़तोड़ हमले किए. घायल कृष्णा को एसआरजी अस्पताल लाया गया, जहां से कोटा और वहां से जयपुर रेफर कर दिया था. 6 जुलाई को जयपुर में इलाज के दौरान कृष्णा ने दम तोड़ दिया था, जिसके बाद 7 जुलाई को युवक का भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया था. इसके बाद से ही यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.