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कोटा: बारिश और ओलावृष्टि से किसानों के अरमानों पर फिरा पानी, पूर्व विधायक ने सरकार से मुआवजे की मांग की - Crops were spoiled due to rain

कोटा में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें खराब हो गई हैं. इसको लेकर सोमवार को पूर्व बीजेपी विधायक भवानी सिंह राजावत ने लाडपुरा एरिया के कई गांवों में जाकर खराबे का जायजा लिया. मौके पर ही जिला कलेक्टर को सूचना कर सर्वे करवाकर और उचित मुआवजा दिलवाने की बात कही.

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पूर्व विधायक ने सरकार से मुआवजे की मांग की
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Published : Jan 5, 2021, 7:15 AM IST

कोटा. पिछले दो दिनों से बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें खराब हो गईं, जिसका जायजा लेने पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने प्राकृतिक प्रकोप ओलावृष्टि से लाडपुरा के अरलिया, चारणहेड़ी, दीपपुरा, अरण्डखेड़ा, शंकरपुरा, डडवाड़ा, अरण्डखेड़ा की झौंपडियां और कीचलहेड़ा सहित कई अन्य गांवों का दौरा कर स्थानीय किसानों के साथ तबाह हुई फसलों का जायजा लिया. उन्होंने देखा कि 200 से 300 ग्राम के ओले गिरने के कारण सरसों और धनिये की फसल पूरी तरह तबाह हो गई, जिससे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया.

पूर्व विधायक ने सरकार से मुआवजे की मांग की

ऐसे में विधायक ने जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़, लाडपुरा उपखण्ड अधिकारी दीपक मित्तल और तहसीलदार शिक्षा पवन से वार्ता कर उन्हें सर्वे टीम भिजवाने का आग्रह किया. इस पर प्रशासन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह क्षेत्र में सर्वे टीमें भिजवा देंगे और पीड़ित किसानों को शीघ्र ही पर्याप्त मुआवजा दिलवाने का प्रयास करेंगे.

यह भी पढ़ें: करौली: 'सोना' बनकर बरसी मावठ..किसानों के खिले चेहरे

पूर्व विधायक राजावत ने बताया कि आमतौर पर मावठ फसलों के लिए अमृत साबित होती है. लेकिन मावठ के साथ ओले गिरने से किसानों की फसलें नष्ट हो गई है और किसान प्रकृति के प्रकोप के सामने असहाय है, जिसे तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कैथून क्षेत्र के साथ मण्डाना क्षेत्र के ढाणी, मण्डाना, झीत्या और हनोतिया सहित अन्य गांवों में भी ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिसका सर्वे करने के लिए अभी तक कोई नहीं पहुंचा है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के साथ ओलावृष्टि, अतिवृष्टि और अनावृष्टि जैसे प्रकोप बढ़ते जा रहे हैं. लगभग हर साल किसी न किसी कारण से किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में फसल खराबे का तत्काल सर्वे और प्रभावित किसानों को मुआवजा भुगतान की एक त्वरित और स्थाई व्यवस्था लागू की जानी चाहिए. ताकि पीड़ित किसानों को समय पर राहत मिल सके.

यह भी पढ़ें: सीकर में दिन में छाया अंधेरा, कई जगहों पर झमाझम बारिश के साथ गिरे ओले

खराबे का जायजा लेने वालों में पूर्व सरपंच ललितेश शर्मा, बीजेपी ताथेड़ मण्डल महामंत्री सत्यनारायण नागर, गिरिराज शर्मा, राष्ट्रीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष प्रेमशंकर धाकड़, किसान मोर्चा के जिला महामंत्री हुसैन देशवाली, युमो मण्डल महामंत्री निखिलेश नागर, किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष महावीर सुमन, किसान संगठन के तहसील अध्यक्ष जोधराज मालव, रामेश्वर मालव, रमेश गुर्जर और सत्यनारायण सुमन आदि मौजूद रहे.

कोटा. पिछले दो दिनों से बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें खराब हो गईं, जिसका जायजा लेने पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने प्राकृतिक प्रकोप ओलावृष्टि से लाडपुरा के अरलिया, चारणहेड़ी, दीपपुरा, अरण्डखेड़ा, शंकरपुरा, डडवाड़ा, अरण्डखेड़ा की झौंपडियां और कीचलहेड़ा सहित कई अन्य गांवों का दौरा कर स्थानीय किसानों के साथ तबाह हुई फसलों का जायजा लिया. उन्होंने देखा कि 200 से 300 ग्राम के ओले गिरने के कारण सरसों और धनिये की फसल पूरी तरह तबाह हो गई, जिससे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया.

पूर्व विधायक ने सरकार से मुआवजे की मांग की

ऐसे में विधायक ने जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़, लाडपुरा उपखण्ड अधिकारी दीपक मित्तल और तहसीलदार शिक्षा पवन से वार्ता कर उन्हें सर्वे टीम भिजवाने का आग्रह किया. इस पर प्रशासन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह क्षेत्र में सर्वे टीमें भिजवा देंगे और पीड़ित किसानों को शीघ्र ही पर्याप्त मुआवजा दिलवाने का प्रयास करेंगे.

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पूर्व विधायक राजावत ने बताया कि आमतौर पर मावठ फसलों के लिए अमृत साबित होती है. लेकिन मावठ के साथ ओले गिरने से किसानों की फसलें नष्ट हो गई है और किसान प्रकृति के प्रकोप के सामने असहाय है, जिसे तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कैथून क्षेत्र के साथ मण्डाना क्षेत्र के ढाणी, मण्डाना, झीत्या और हनोतिया सहित अन्य गांवों में भी ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिसका सर्वे करने के लिए अभी तक कोई नहीं पहुंचा है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के साथ ओलावृष्टि, अतिवृष्टि और अनावृष्टि जैसे प्रकोप बढ़ते जा रहे हैं. लगभग हर साल किसी न किसी कारण से किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में फसल खराबे का तत्काल सर्वे और प्रभावित किसानों को मुआवजा भुगतान की एक त्वरित और स्थाई व्यवस्था लागू की जानी चाहिए. ताकि पीड़ित किसानों को समय पर राहत मिल सके.

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खराबे का जायजा लेने वालों में पूर्व सरपंच ललितेश शर्मा, बीजेपी ताथेड़ मण्डल महामंत्री सत्यनारायण नागर, गिरिराज शर्मा, राष्ट्रीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष प्रेमशंकर धाकड़, किसान मोर्चा के जिला महामंत्री हुसैन देशवाली, युमो मण्डल महामंत्री निखिलेश नागर, किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष महावीर सुमन, किसान संगठन के तहसील अध्यक्ष जोधराज मालव, रामेश्वर मालव, रमेश गुर्जर और सत्यनारायण सुमन आदि मौजूद रहे.

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