कोटा. देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों से रोजमर्रा की जरूरत के कार्यों पर भी असर देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से देश की जनता में काफी आक्रोश है. वहीं, गुरुवार को कोटा में ऑटो यूनियन ने भी डीजल और पेट्रोल की लगातार बढ़ते कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. यहां सैकड़ों की संख्या में ऑटो चालकों ने सेवन वंडर रोड पर एकत्रित होकर रस्सी से खींचकर और पैदल ऑटो चला कर अपना विरोध जताया.
विरोध प्रदर्शन में शामिल कोटा ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से पहले ही हमारा व्यापार चौपट हो चुका है. हमें कोटा में स्टूडेंट एरिया ज्यादा होने के चलते सवारियां नहीं मिल रही है. एक ऑटो चालक को रोज ज्यादा से ज्यादा 200 रुपए की सवारी भी मिलती है, लेकिन उसमें से आधा पैसा डीजल में ही खर्च हो रहा है. ऐसे में सरकार को बढ़े हुए डीजल के दाम तुरंत कम करने चाहिए. आम आदमी के साथ हम ऑटो चालकों को भी राहत देनी चाहिए.
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कोटा ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनीश राईन का कहना है कि पेट्रोल डीजल के दामों के चलते पटना में एक ऑटो चालक ने सुसाइड कर लिया है. ऐसी ही स्थिति कोटा की भी है. सरकार डीजल पर 275 प्रतिशत टैक्स ले रही है. ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए कि डीजल का उपयोग किसान और छोटा वर्ग भी करता है. लॉकडाउन में तो हमें समाजसेवियों ने भोजन भी करवा दिया, लेकिन अब हम डीजल का ऑटो चला कर घर पर पैसे नहीं ले जा पा रहे हैं. जिसकी वजह से बच्चों का गुजर बसर करना भी मुश्किल हो रहा है.