कोटा. इसी के तहत कोटा में एम्बुलेंसकर्मियों ने एम्बुलेंस को एमबीएस अस्पताल परिसर में खड़ा कर दिया और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान एम्बुलेंसकर्मियों ने जिला अधिकारी पर प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया. एम्बुलेंसकर्मियों का कहना है कि 2009 में 108 एम्बुलेंस की शुरूआत की गई थी, लेकिन इसको निजी कम्पनी के हाथों सौंपने से एम्बुलेंसकर्मियों के वेतनों पर असर पड़ने लगा है.
पढ़े-कोटा में मगरमच्छ के हमले में 13 साल के बच्चे की मौत, पूर्व विधायक शव के साथ धरने पर बैठे
करीब 2 माह से एम्बुलेंसकर्मियों को वेतन नहीं मिल रहा हैं. कई बार ज्ञापन देने के बाद भी वेतन नहीं दिया जा रहा हैं ऐसे में अब 108 एम्बुलेंस कर्मी हड़ताल करने पर मजबूर हो गए. वहीं एम्बुलेंसकर्मीयों ने चेतावनी भी दी की यदि जल्द ही मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सभी एम्बुलेंसकर्मी अनिश्चितकालिन हड़ताल पर चले जाएगें.