कोटा. जिले में कोरोना संक्रमण के मरीजों को लाने और ले जाने के लिए प्राइवेट एंबुलेंस लगाई गई है. जिनके कर्मचारियों का भुगतान नहीं होने से मंगलवार को वे हड़ताल पर चले गए. जिससे कोरोना संक्रमितों को लाने में अस्पताल प्रशासन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
बजरंग नगर क्षेत्र की 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला की सोमवार रात मौत हो गई थी. इस पर महिला के शव की अंत्येष्टि करवाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने से प्रशासन की चिंताए बढ़ गई. किशोरपुरा मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह गृह में मृतका के परिजन पहुंच गए. काफी इंतजार करने के बाद जब अस्पताल प्रशासन से सम्पर्क साधा तो उन्होंने एंबुलेंस के इंतजाम न होने की बात कही. इस दौरान परिजन शव के इंतजार में करीब तीन घंटे तक बैठे रहे.
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मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक का कहना है कि अचानक एम्बुलेंस कर्मचारियों ने भुगतान नहीं होने पर हड़ताल कर दी. इस पर जिला कलेक्टर ने उनको भुगतान करवाया है. वहीं, महिला के शव के बारे में उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस कर्मचारियों ने शव को ले जाने के लिए मना कर दिया था. इसके बाद एक प्राइवेट एंबुलेंस को बुलवाकर शव को ले जाने की व्यवस्था की गई.
गौरतलब है कि बजरंग नगर क्षेत्र की 67 वर्षीय वृद्धा जो हाइपरटेंशन डायबिटीज व अन्य कई बीमारियों से ग्रसित थी और 19 जुलाई को अस्पताल में भर्ती हुई थी. उसकी बीती रात रात 8 बजकर 45 मिनट पर मौत हो गई है.