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चंबल नदी हादसाः प्रशासन ने 4 अधिकारियों को माना दोषी, SHO लाइन हाजिर और परिवहन निरीक्षक समेत 3 APO

कोटा में बुधवार को चंबल नदी हादसे में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 4 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. जिला कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए परिवहन निरीक्षक समेत 3 अधिकारियों को एपीओ किया है. वहीं, खतौली थानाधिकारी रामअवतार शर्मा को लाइन हाजिर किया गया है.

Action in Chambal river accident case,  Boat overturned in Chambal river in Kota
चंबल नदी हादसा
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Published : Sep 16, 2020, 10:54 PM IST

कोटा. जिले के खातोली एरिया के गोठड़ा कला गांव में चंबल नदी में नाव डूबने के मामले में 11 लोगों की मौत का मामला सामने आ रहा है. इसके बाद अब जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को प्रारंभिक रूप से इस मामले में दोषी मानते हुए उन पर एक्शन लिया है.

जिला प्रशासन ने परिवहन विभाग के निरीक्षक, खातौली थाना अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और हल्का पटवारी के ऊपर कार्रवाई की है. जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने आदेश जारी करते हुए परिवहन निरीक्षक राघव शर्मा, निमोला पटवार सर्किल डिबरी चंबल पटवारी बनवारी लाल बैरवा, ग्राम विकास अधिकारी निमोला जोधराज गुर्जर को एपीओ कर दिया है.

पढ़ें- चंबल नदी हादसाः नाव पलटने से 14 लोगों के डूबने की पुष्टि...रेस्क्यू जारी

वहीं, कोटा ग्रामीण एसपी ने खतौली थानाधिकारी रामअवतार शर्मा को लाइन हाजिर किया है. बताया जा रहा है कि अवैध रूप से नाव संचालन के मामले में इन चारों को दोषी माना गया है क्योंकि चारों की ही जिम्मेदारी प्रशासन को इस बारे में अवगत कराने की थी.

चिकित्सा विभाग ने पकड़ी गफलत

जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ के अनुसार 13 लोगों के डूबने की सूची बनी थी. इनमें से 11 शवों को निकाल लिया गया है. इसके साथ ही दोपहर में 12 शव बाहर निकालने की बात सामने आ रही थी, लेकिन सामने आया कि एक महिला का नाम दो बार लिस्ट में लिखा था. इस गफलत को ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यादवेंद्र शर्मा ने पकड़ा और इसमें सामने आया कि 11 ही लोगों के शव निकाले गए हैं.

प्रशासन ने एंबुलेंस लगाकर घर भेजे शव

चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग ने मौके पर ही मृतकों के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए टीम लगा दी. इसके बाद सभी का पोस्टमार्टम मौके पर किया गया और उन्हें एंबुलेंस के जरिए शवों को घर पर भेज दिया गया है.

कोटा. जिले के खातोली एरिया के गोठड़ा कला गांव में चंबल नदी में नाव डूबने के मामले में 11 लोगों की मौत का मामला सामने आ रहा है. इसके बाद अब जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को प्रारंभिक रूप से इस मामले में दोषी मानते हुए उन पर एक्शन लिया है.

जिला प्रशासन ने परिवहन विभाग के निरीक्षक, खातौली थाना अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और हल्का पटवारी के ऊपर कार्रवाई की है. जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने आदेश जारी करते हुए परिवहन निरीक्षक राघव शर्मा, निमोला पटवार सर्किल डिबरी चंबल पटवारी बनवारी लाल बैरवा, ग्राम विकास अधिकारी निमोला जोधराज गुर्जर को एपीओ कर दिया है.

पढ़ें- चंबल नदी हादसाः नाव पलटने से 14 लोगों के डूबने की पुष्टि...रेस्क्यू जारी

वहीं, कोटा ग्रामीण एसपी ने खतौली थानाधिकारी रामअवतार शर्मा को लाइन हाजिर किया है. बताया जा रहा है कि अवैध रूप से नाव संचालन के मामले में इन चारों को दोषी माना गया है क्योंकि चारों की ही जिम्मेदारी प्रशासन को इस बारे में अवगत कराने की थी.

चिकित्सा विभाग ने पकड़ी गफलत

जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ के अनुसार 13 लोगों के डूबने की सूची बनी थी. इनमें से 11 शवों को निकाल लिया गया है. इसके साथ ही दोपहर में 12 शव बाहर निकालने की बात सामने आ रही थी, लेकिन सामने आया कि एक महिला का नाम दो बार लिस्ट में लिखा था. इस गफलत को ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यादवेंद्र शर्मा ने पकड़ा और इसमें सामने आया कि 11 ही लोगों के शव निकाले गए हैं.

प्रशासन ने एंबुलेंस लगाकर घर भेजे शव

चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग ने मौके पर ही मृतकों के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए टीम लगा दी. इसके बाद सभी का पोस्टमार्टम मौके पर किया गया और उन्हें एंबुलेंस के जरिए शवों को घर पर भेज दिया गया है.

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