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ACB ने कोटा जिला प्रमुख के निजी सहायक को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

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Published : Dec 13, 2019, 3:12 PM IST

एसीबी की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रमुख के निजी सहायक को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. वहीं एसीबी के अनुसार इस मामले में एक अन्य आरोपी भी है, जिसकी तलाश कर रहे हैं.

personal assistant of Kota district chief, कोटा में रिश्वत लेते गिरफ्तार
रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

कोटा. एसीबी की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रमुख के निजी सहायक को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई एसीबी ने जिला परिषद में की है और निजी सहायक अपने ही कक्ष में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुए हैं. वहीं एसीबी के अनुसार इस मामले में एक अन्य आरोपी भी है. जिसकी तलाश कर रहे हैं.

रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा...

जानकारी के अनुसार कोटा एसीबी को एक परिवाद 10 दिसंबर को मिला था, जिसमें एक परिवादी ने काल्याखेड़ी पंचायत में विकास कार्यों की स्वीकृति रुकवाने और विकास कार्यों की जांच करवाने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी. ऐसे में एसीबी की टीम ने रिश्वत मांगने के प्रकरण का सत्यापन कराया. जिसमें रिश्वत मांगने की बात सामने आ गई. इसके बाद शुक्रवार को ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया गया.

ये पढ़ेंः बालिका गृह का औचक निरीक्षण करने पहुंची राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, 4 निलंबित

परिवादी को रिश्वत लेकर जिला प्रमुख के निजी सहायक गुप्ता ने जिला परिषद में ही बुलाया, जहां पर उन्होंने अपने चेंबर में ही रिश्वत के 25 हजार रुपए ले लिए. परिवादी रुपए देकर वापस आया और इसका इशारा उसने एसीबी की टीम को किया. ऐसे भी की टीम ने तुरंत जिला प्रमुख के निजी सहायक के चेंबर में दबिश दी और निजी सहायक चंद्र प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही उनके पास से रिश्वत के रूप में लिए 25हजार भी बरामद कर लिए हैं.

एसीबी की टीम का कहना है कि चंद्रप्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले में एक अन्य आरोपी है, जिसकी तलाश जारी है. एसीबी दूसरे आरोपी का नाम बताने से अभी फिलहाल इनकार किया है.

कोटा. एसीबी की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रमुख के निजी सहायक को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई एसीबी ने जिला परिषद में की है और निजी सहायक अपने ही कक्ष में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुए हैं. वहीं एसीबी के अनुसार इस मामले में एक अन्य आरोपी भी है. जिसकी तलाश कर रहे हैं.

रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा...

जानकारी के अनुसार कोटा एसीबी को एक परिवाद 10 दिसंबर को मिला था, जिसमें एक परिवादी ने काल्याखेड़ी पंचायत में विकास कार्यों की स्वीकृति रुकवाने और विकास कार्यों की जांच करवाने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी. ऐसे में एसीबी की टीम ने रिश्वत मांगने के प्रकरण का सत्यापन कराया. जिसमें रिश्वत मांगने की बात सामने आ गई. इसके बाद शुक्रवार को ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया गया.

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परिवादी को रिश्वत लेकर जिला प्रमुख के निजी सहायक गुप्ता ने जिला परिषद में ही बुलाया, जहां पर उन्होंने अपने चेंबर में ही रिश्वत के 25 हजार रुपए ले लिए. परिवादी रुपए देकर वापस आया और इसका इशारा उसने एसीबी की टीम को किया. ऐसे भी की टीम ने तुरंत जिला प्रमुख के निजी सहायक के चेंबर में दबिश दी और निजी सहायक चंद्र प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही उनके पास से रिश्वत के रूप में लिए 25हजार भी बरामद कर लिए हैं.

एसीबी की टीम का कहना है कि चंद्रप्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले में एक अन्य आरोपी है, जिसकी तलाश जारी है. एसीबी दूसरे आरोपी का नाम बताने से अभी फिलहाल इनकार किया है.

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कोटा एसीबी को एक परिवाद 10 दिसंबर को मिला था, जिसमें एक परिवादी ने काल्याखेड़ी पंचायत में विकास कार्यों की स्वीकृति रुकवाने और विकास कार्यों की जांच करवाने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी. ऐसे में एसीबी की टीम ने रिश्वत मांगने के प्रकरण का सत्यापन कराया. जिसमें रिश्वत मांगने की बात सामने आ गई. इसके बाद आज ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया गया. परिवादी को रिश्वत लेकर जिला प्रमुख के निजी सहायक गुप्ता ने जिला परिषद नहीं बुलाया जहां पर उन्होंने अपने चेंबर में ही रिश्वत के 25000 रुपए ले लिए.


Body:कोटा.
कोटा एसीबी की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रमुख के निजी सहायक को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई एसीबी ने जिला परिषद ने की है और निजी सहायक नहीं कक्ष में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुए हैं. वही एसीबी के अनुसार इस मामले में एक अन्य आरोपी भी है. जिसकी तलाश कर रहे हैं.
जानकारी के अनुसार कोटा एसीबी को एक परिवाद 10 दिसंबर को मिला था, जिसमें एक परिवादी ने काल्याखेड़ी पंचायत में विकास कार्यों की स्वीकृति रुकवाने और विकास कार्यों की जांच करवाने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी. ऐसे में एसीबी की टीम ने रिश्वत मांगने के प्रकरण का सत्यापन कराया. जिसमें रिश्वत मांगने की बात सामने आ गई. इसके बाद आज ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया गया. परिवादी को रिश्वत लेकर जिला प्रमुख के निजी सहायक गुप्ता ने जिला परिषद नहीं बुलाया, जहां पर उन्होंने अपने चेंबर में ही रिश्वत के 25000 रुपए ले लिए. परिवादी रुपए देकर वापस आया और इसका इशारा उसने एसीबी की टीम को किया ऐसे भी की टीम ने तुरंत जिला प्रमुख के निजी सहायक के चेंबर में दबिश दी और निजी सहायक चंद्र प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया साथ ही उनके पास से रिश्वत के रूप में लिए 25000 भी बरामद कर लिए हैं इसका इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने और जिला परिषद में ही परिवादी से आरोपी निजी सहायक चंद्र प्रकाश गुप्ता रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हो गए.



Conclusion:जिला प्रमुख की भी भूमिका संदिग्ध
एसीबी सूत्रों के अनुसार इस मामले में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर की भी भूमिका संदिग्ध लग रही है. हालांकि एसीबी की टीम का इस बारे में कुछ भी कहने से बच रही है. एसीबी की टीम का कहना है कि चंद्रप्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले में एक अन्य आरोपी है. जिसकी तलाश जारी है. एसीबी दूसरे आरोपी का नाम बताने से अभी फिलहाल इनकार किया है.


बाइट-- दलबीर सिंह फौजदार, निरीक्षक एसीबी, कोटा
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