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कोटा जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार - Kota News

कोटा जिला परिषद के रिश्वत प्रकरण में बारां एसीबी के अधिकारियों ने गुरुवार को जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है. एसीबी अधिकारियों को उनके सरकारी आवास पर होने की सूचना मिली, जिस पर एसीबी ने दबिश देकर जिला प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया.

बारां एसीबी न्यूज, District chief Surendra Gurjar arrested
कोटा जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को एसीबी ने किया गिरफ्तार
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Published : Jan 23, 2020, 5:16 PM IST

कोटा. जिला परिषद में हुए रिश्वत के प्रकरण में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को गुरुवार को बारां एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही जिला प्रमुख से पूछताछ भी एसीबी ने शुरू कर दी है. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि जिला परिषद के इस रिश्वत प्रकरण में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत हैं.

कोटा जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को एसीबी ने किया गिरफ्तार

एसीबी के अधिकारियों ने गुरुवार को उन्हें उनके घर से ही गिरफ्तार किया है. वह अपने सरकारी आवास पर मौजूद थे, तभी एसीबी अधिकारियों को इसकी सूचना मिली और उन्होंने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

नाम आने के बाद चल रहे थे भूमिगत

जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर रिश्वत प्रकरण में नाम सामने आने के बाद से ही भूमिगत चल रहे थे. पहले वह एक-दो दिन तो जिला परिषद में अपने कार्यालय गए, लेकिन बाद में उन्होंने जिला परिषद जाना भी बंद कर दिया था. साथ ही सरकारी आवास पर भी नहीं थे. ऐसे में एसीबी ने नोटिस देकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह कई दिनों तक पूछताछ के लिए भी नहीं गए थे. कुछ दिन पहले बारां एसीबी के समक्ष वे नोटिस के बाद पहुंचे थे.

पढे़ं- जयपुरः एसीबी को शिकायत देने वाले परिवादी को मिलेगा संरक्षण, सरकार ने आदेश किया जारी

बता दें कि 13 दिसंबर 2019 को जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता को एसीबी की टीम ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. साथ ही इस मामले में जिला परिषद के ही कनिष्ठ सहायक कमलकांत वैष्णव को भी 2 दिन बाद एसीबी ने पकड़ा था. रिश्वत लेने के बाद जब जिला प्रमुख के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता कि एसीबी ने जिला प्रमुख से बात करवाई तो उन्होंने पैसे रख लेने की बात कही.

कोटा. जिला परिषद में हुए रिश्वत के प्रकरण में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को गुरुवार को बारां एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही जिला प्रमुख से पूछताछ भी एसीबी ने शुरू कर दी है. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि जिला परिषद के इस रिश्वत प्रकरण में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत हैं.

कोटा जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को एसीबी ने किया गिरफ्तार

एसीबी के अधिकारियों ने गुरुवार को उन्हें उनके घर से ही गिरफ्तार किया है. वह अपने सरकारी आवास पर मौजूद थे, तभी एसीबी अधिकारियों को इसकी सूचना मिली और उन्होंने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

नाम आने के बाद चल रहे थे भूमिगत

जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर रिश्वत प्रकरण में नाम सामने आने के बाद से ही भूमिगत चल रहे थे. पहले वह एक-दो दिन तो जिला परिषद में अपने कार्यालय गए, लेकिन बाद में उन्होंने जिला परिषद जाना भी बंद कर दिया था. साथ ही सरकारी आवास पर भी नहीं थे. ऐसे में एसीबी ने नोटिस देकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह कई दिनों तक पूछताछ के लिए भी नहीं गए थे. कुछ दिन पहले बारां एसीबी के समक्ष वे नोटिस के बाद पहुंचे थे.

पढे़ं- जयपुरः एसीबी को शिकायत देने वाले परिवादी को मिलेगा संरक्षण, सरकार ने आदेश किया जारी

बता दें कि 13 दिसंबर 2019 को जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता को एसीबी की टीम ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. साथ ही इस मामले में जिला परिषद के ही कनिष्ठ सहायक कमलकांत वैष्णव को भी 2 दिन बाद एसीबी ने पकड़ा था. रिश्वत लेने के बाद जब जिला प्रमुख के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता कि एसीबी ने जिला प्रमुख से बात करवाई तो उन्होंने पैसे रख लेने की बात कही.

Intro:जिला परिषद के रिश्वत प्रकरण में बारां एसीबी के अधिकारियों ने आज उन्हें उनके घर से ही गिरफ्तार किया है. वह अपने सरकारी आवास पर मौजूद थे. एसीबी अधिकारियों को इसकी सूचना मिली और उन्होंने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.


Body:कोटा.
जिला परिषद में हुए रिश्वत के प्रकरण में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को आज बारां एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही जिला प्रमुख से पूछताछ भी एसीबी ने शुरू कर दी है. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि जिला परिषद के इस रिश्वत प्रकरण में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत है. एसीबी के अधिकारियों ने आज उन्हें उनके घर से ही गिरफ्तार किया है. वह अपने सरकारी आवास पर मौजूद थे. एसीबी अधिकारियों को इसकी सूचना मिली और उन्होंने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

नाम आने के बाद चल रहे थे भूमिगत
जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर रिश्वत प्रकरण में नाम सामने आने के बाद से ही भूमिगत चल रहे थे. पहले वह एक-दो दिन तो जिला परिषद में अपने कार्यालय गए, लेकिन बाद में उन्होंने जिला परिषद जाना भी बंद कर दिया था. साथ ही सरकारी आवास पर भी नहीं थे. ऐसे में एसीबी ने नोटिस देकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह कई दिनों तक पूछताछ के लिए भी नहीं गए थे. कुछ दिन पहले बारां एसीबी के समक्ष वे नोटिस के बाद पहुंचे थे.




Conclusion:आपको बता दें कि गत 13 दिसंबर 2018 को जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता को एसीबी की टीम ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. साथ ही इस मामले में जिला परिषद के ही कनिष्ठ सहायक कमलकांत वैष्णव को भी 2 दिन बाद एसीबी ने पकड़ा था. रिश्वत लेने के बाद जब जिला प्रमुख के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता कि एसीबी ने जिला प्रमुख से बात करवाई तो उन्होंने पैसे रख लेने की बात कही.



बाइट-- ज्ञानचंद मीणा, एसीबी बारां
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