कोटा. वर्तमान में मेडिकल कॉलेज कोटा की क्षमता 2028 है. ऐसे में यह बढ़ोतरी हो जाने के बाद अजमेर और उदयपुर मेडिकल कॉलेज से कोटा आगे हो जाएगा. बढ़ने वाले बेड में 252 आईसीयू बेड भी शामिल हैं. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना का कहना है कि नए अस्पताल में द्वितीय तल का निर्माण के दौरान पूरे फ्लोर पर ही ऑक्सीजन पॉइंट दिए गए हैं.
ऐसे में इन वार्डों को कभी भी आईसीयू में तब्दील किया जा सकता है. इसके अलावा जेके लोन और एमबीएस में भी मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम का कार्य करवाया जा रहा है. इनके भी कई वार्डों को आईसीयू जैसी सुविधा का बनाया जाएगा.
एमबीएस : अस्पताल में 750 बेड हैं. इसमें 50 करोड़ की लागत से 140 बेड का आईपीडी कॉटेज वार्ड के सामने बनाया जा रहा है. जिसमें कोटेज वार्ड भी होंगे. इसके अलावा बन रहे नए ओपीडी ब्लॉक में भी 50 बेड उधर किए गए हैं, जिनमें 10 बेड का इमरजेंसी आईसीयू होगा. इसके अलावा 20-20 बेड का मेडिकल सर्जरी वार्ड होगा. इन्हें मिलाकर एमबीएस अस्पताल में 890 बेड हो जाएंगे.
जेकेलोन: अस्पताल में वर्तमान में 337 बेड हैं. इसमें एक नया आईपीडी और ओपीडी ब्लॉक बनाया जा रहा है. इस आईपीडी ब्लॉक में 156 बेड होंगे, जिनमें 82 बेड का पीआईसीयू व एनआईसीयू होगा. जबकि ओपीडी में भी 10 बेड इमरजेंसी एनआईसीयू होगा. इन्हें मिलाकर अस्पताल में 519 बेड हो जाएंगे.
नया अस्पताल: मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में वर्तमान में 522 बेड हैं. जिनमें 270 बेड के द्वितीय तल का निर्माण पूरा होने के आसार अगले महीने में है. इसके अलावा नेशनल हेल्थ मिशन की तरफ से मदर एंड चाइल्ड विंग के लिए भी 100 बेड स्वीकृत हुए हैं. इनका निर्माण भी जल्द शुरू होगा. इन्हें मिलाकर अस्पताल में 892 बेड होंगे.
अन्य अस्पताल: अन्य अस्पतालों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक डेढ़ साल पहले ही शुरू हुआ है. इसमें 283 बेड हैं. इसके अलावा रामपुरा अस्पताल में 100 बेड हैं. मेडिकल कॉलेज से जुड़ी सीएचसी सुल्तानपुर में 30 बेड व दीगोद पीएचसी में 6 बेड हैं.
अस्पताल | वर्तमान | बढ़ोतरी | कुल |
एमबीएस | 750 | 230 | 980 |
नया अस्पताल | 522 | 370 | 892 |
सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक | 283 | 0 | 283 |
जेके लोन अस्पताल | 337 | 182 | 519 |
रामपुरा अस्पतला | 100 | 0 | 100 |
अन्य | 36 | 0 | 36 |