जोधपुर. लूणी थाना क्षेत्र में सगाई संबंधों को लेकर हुए एक विवाद के चलते सगाई तोड़ने वाले युवक का अपहरण कर लिया. बताया जा रहा है कि सगाई खत्म करते समय युवक ने समझौते की राशि (Engagement Agreement Amount) नहीं दी. जिसके चलते उसका अपहरण कर लिया गया. खास बात यह है की मुख्य अपहरणकर्ता युवक का साथी ही था. उसने युवक से अपहरण करने के बाद 11 लाख रुपए मांगे. लेकिन पुलिस ने अपहरण हुए युवक को छुड़ा लिया और अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
लूणी थानाधिकारी देवी चंद ढाका ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि लूणी से शिकारपुर जाने वाली रोड पर एक कार का एक्सीडेंट हुआ है. इसके बाद मौके पर पहुंचे तो कार सड़क से नीचे मिली और कार को किसी ने पीछे से टक्कर मारी थी. चाबी कार में ही लगी हुई थी. पुलिस ने अस्पताल में पता लिया किया लेकिन किसी घायल के पहुंचने की जानकारी नहीं मिली. तब लगा की कार से किसी का अपहरण हुआ है. जिसके बाद कार के नंबर के आधार पर पता लगाया कि कार किसकी है और कौन चला रहा था.
जांच करने पर सामने आया कि कार कांकानी रामनिवास बिश्नोई नामक व्यक्ति चला रहा था. उसके परिजनो से मिली सूचना में सामने आया कि रामनिवास का कैलाश और अन्य अपहरण (Jodhpur Crime News) कर सकते हैं. क्योंकि उसका सगाई को लेकर विवाद चल रहा है. जिसके बाद पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी करवाई. अपहरण दोपहर दो बजे हुआ था पुलिस ने चार बजे अपहरण कर्ताओं को पकड़ लिया. पूछताछ के बाद रात को पूरे मामले का खुलासा किया.
सतलाना के पास पुलिस ने घेरा बदमाशों को : पुलिस ने तकनीकी जानकारी से बदमाशों के इलाके में ही होने की पुष्टि कर ली. जिसके बाद हर क्षेत्र में पुलिस की टीमें सक्रिय हो गई. नाकाबंदी के दौरान भाषणना गांव के पास स्कॉर्पियो नजर आई जिसे पुलिस ने रूकने का इशारा किया. लेकिन गाड़ी नहीं रूकी तो पुलिस ने अपनी गाड़ी आगे लगाई और घेरा बनाकर गाड़ी को रूकवाया. रामनिवास ने बताया की अपहरण कर्ताओं ने उससे 11 लाख रुपए (Kidnapped And Demanded 11 lakh Rs) लेने के लिए अपहरण किया है. आरोपियों के पास 20 पिस्टल, 6कारतूस, 12 बोर की एक बंदूक, 2 दराती और तलवारे स्कॉर्पियो से बरामद की गई.
पहले भी हुई फायरिंग, साथी ही निकला मास्टर माइंड : इसी प्रकरण को लेकर 19 जनवरी को ही एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में फायरिंग भी हुई थी. जिसमें अनिल बिश्नोई का नाम आया था. लेकिन अनिल पकड़ा नहीं गया. पुलिस के अनुसार रविवार को अपहरण करने वालों में कैलाश बिश्नोई, अनिल बिश्नोई, राजूराम बिश्नोई और रमेश बिश्नोई शामिल थे. जब सगाई संबंध खत्म हुआ और समझौता हो गया तो रामनिवास ने अनिल को नहीं बताया. अनिल इस बात से नाराज हो गया की उसे बताए बगैर सगाई खत्म कर दी. इसलिए उसने कैलाश, रमेश और राजूराम के साथ मिलकर रविवार दोपहर को रामनिवास का अपहरण कर उससे 11 लाख रुपए मांगे.