जोधपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक बार फिर सीएम गहलोत पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि खुद कांग्रेस नेता ने पार्टी के भीतर और बाहर अपने विरोधियों को निशाना बनाते हुए प्रदेश में राजनीतिक ड्रामा रचा है. राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की चुप्पी पर शेखावत ने कहा कि वसुंधरा की चुप्पी एक रणनीति हो सकती है और कभी-कभी चुप्पी शब्दों से भी ज्यादा गूंजती है.
शेखावत ने एक बयान जारी कर कहा कि लोकसभा चुनाव में अपने पुत्र को मिली पराजय को गहलोत पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए उस हार का बदला लेने के लिए वह मेरे खिलाफ सभी प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं. शेखावत ने एक बार फिर दोहराया कि राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रमों से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है, जिसमें मुख्यमंत्री और उनके पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट शामिल हैं.
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शेखावत ने कहा कि प्रदेश में यह ड्रामा इसलिए चल रहा है क्योंकि अशोक गहलोत सचिन और अन्य को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहते हैं. इस पूरे संकट के लिए वे भाजपा को दोषी ठहरा रहे हैं और इसके नेतृत्व की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
'कांग्रेस की अदंरूनी कलह का खामियाजा जनता भुगत रही'
गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की ओर से विधायकों को जैसलमेर ले जाना दर्शाता है कि उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है और सरकार अल्पमत में है. उन्होंने दावा किया कि 2018 में राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद प्रदेश सरकार में सीधे दो फाड़ हो गया था. जब खुद मुख्यमंत्री ने ये कहा कि उनकी सचिन से डेढ़ साल में कोई बातचीत नहीं हुई है तो यह स्थिति अपने आप सारी कहानी बयां करती है. शेखावत ने कहा कि दुर्भाग्य ये है कि कांग्रेस की अंदरूनी कलह के चलते प्रदेश की मासूम जनता को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.