जोधपुर. यात्रियों का टेंपरेचर चेक करने के बाद ही उन्हें रेलवे स्टेशन में प्रवेश दिया जा रहा है. रेलवे के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा रेलवे प्रशासन को जो नियम जारी किए गए हैं. उस नियमों की पूर्ण रूप से पालना करवाई जा रही है. रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क घूमने और थूकने पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं.
यात्री मित्र के नाम से बनाई टीम
जोधपुर रेल प्रशासन के निर्देशन में यात्री मित्र नाम से टीम बनाई गई है. जिसमें रेलवे के अधिकारी, कर्मचारी और आरपीएफ के जवान शामिल हैं. जो कि सुनिश्चित करते हैं कि यात्री रेलवे स्टेशन में प्रवेश लेने से पहले ही मास्क लगाकर रखें और अपने सामान को सैनिटाइज करवा कर ही सोशल डिस्टेंसिंग के तहत रेलवे स्टेशन में प्रवेश करें. जिससे यात्री के संक्रमित होने का खतरा कम हो.
साथ ही ट्रेन से आने वाले यात्रियों की कोरोना वायरस जांच की जाती है. रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन लगाई गई है. जिसमें यात्रियों को मास्क, सैनिटाइजर, हैंड ग्लव्स इत्यादि उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. कोई भी यात्री यात्रा के समय जाते वक्त उस वेंडिंग मशीन से अलग-अलग तरह के मास्क खरीद सकता है.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा है ध्यान
जोधपुर रेलवे स्टेशन पर जमीन पर गोले बनाए गए हैं. ऐसे में सभी यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत उसी रास्ते से अंदर जाने और बाहर निकलने के लिए कहा जा रहा है. जेल प्रशासन का मानना है कि यात्री के आते समय और जाते समय सोशल डिस्टेंसिंग रखना बेहद जरूरी है. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को लेकर समय-समय पर अनाउंसमेंट के जरिए भी यात्रियों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.
जीआरपी पुलिस काट रही है चालान
जीआरपी थाना पुलिस के थाना अधिकारी किशन सिंह ने बताया कि जारी किए गए नियमों के तहत जीआरपी थाना पुलिस भी समय-समय पर चालान काटने की कार्यवाही कर रही है. रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क के तहत घूमने वाले यात्रियों के जीआरपी और आरपीएफ पुलिस संयुक्त रूप से एक कार्यवाही कर चालान काट रही है. साथ ही ट्रेन आने और जाने पर भी जीआरपी के जवान ट्रेन के अंदर भी चेकिंग कर रहे हैं. यात्रियों को मास्क लगाने के लिए कहा जा रहा है. जीआरपी थाना अधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा इस महीने में अब तक 100 से अधिक चालान काटे जा चुके हैं. साथ ही जीआरपी ने कुल लगभग 2 लाख रुपये की राशि चालक के मार्फत अर्जित की है.
लोकल डिब्बो में नही हो रही पालना
जोधपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रा करके आए जब एक यात्री से बातचीत की गई तो उसका कहना था कि लोकल डिपो में किसी प्रकार की सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो रही. एक सीट पर कम से कम 4 से 5 लोग पास पास बैठे हैं. ऐसे में यात्री संक्रमित होने का खतरा है. साथ ही यात्री ने बताया कि ट्रेन में बने टॉयलेट के बाहर किसी भी प्रकार के साबुन या सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में रेलवे प्रशासन को सभी डिब्बों में साबुन और सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी चाहिए. जिससे कि लोकल डिब्बे में सफर करने वाले यात्री भी संक्रमण से बचा सके.