जोधपुर. कोरोना काल में पहली बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. शनिवार को हुई लोक अदालत में 6 हजार से ज्यादा मामले रखे गए हैं. इसके लिए 19 बेंचों का गठन किया गया. खासतौर से लोगों की नजरें पारिवारिक न्यायालय पर थी, जहां कई जोड़ों ने फिर से अपने साथी का हाथ थाम लिया है. 4 साल से अलग-अलग रह रहे घेवरराम और गुड्डी फिर एक हुए हैं.
इनका विवाह 7 साल पहले हुआ था. उनके अधिवक्ता शिवराम बताते हैं कि परिवार की महत्ता को लेकर पिछले दिनों दोनों की समझाइश का नतीजा है कि सभी मुकदमे वापस हो गए और दोनों फिर से एक हो गए हैं. इसी तरह से कुलवंत और आकांक्षा एक साल से अलग थे. उन्होंने ने भी अपने मतभेद भुलाकर वापस एक होने का फैसला लिया है, जबकि पहले 8 साल साथ रहे. इसी तरह कई अन्य पारिवारिक मामले भी शनिवार को आपसी रजामंदी से सुलझ गए हैं.
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जिला न्यायाधीश रविंद्र जोशी ने बताया कि यह इस वर्ष की तीसरी लोक अदालत है. इससे पहले फरवरी में लोक अदालत का आयोजन हुआ था और उसके बाद कॉविड के चलते अगस्त में ऑनलाइन लोक अदालत हुई थी, लेकिन शनिवार को हुई लोक अदालत में फरियादी और वकील दोनों ही मौजूद रहे. इसके अलावा ऑनलाइन भी सुनवाई की गई है.