भोपालगढ़ (जोधपुर). देश की सातवीं आर्थिक जनगणना भोपालगढ़ में जल्द ही शुरू होने वाली है. वहीं, भारत देश की सातवीं आर्थिक जनगणना के लिए आंकड़े जुटाने, उनके प्रमाणीकरण, रिपोर्ट तैयार करने और इसके प्रसार के लिए विकसित मोबाइल एप्लीकेशन पर आंकड़े एकत्र करने हेतु सीएससी की तरफ से गणनाकारों को नियुक्त किया गया है.
लेकिन इस कार्य में लगाए जाने वाले गणनाकारों और पर्यवेक्षकों को सबसे पहले भोपालगढ़ पंचायत समिति परिसर के राजीव गांधी सेवा केंद्र में पहले प्रशिक्षित किया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह जनगणना 15 जनवरी से पहले शुरू हो सकती है. भोपालगढ़ ब्लॉक क्षेत्र के सभी ग्राम पंचायतों से 1-1 ई मित्र धारक को सीएससी से जोड़कर घर-घर जाकर जनगणना के लिए नियुक्त किया गया है.15 जनवरी से पहले सभी आर्थिक जनगणना के कार्य को पूर्ण करने की कोशिश कि जाएगी.
क्या है सातवीं आर्थिक जनगणनाः
आर्थिक जनगणना भारत की भौगोलिक सीमाओं के भीतर स्थित सभी प्रतिष्ठानों का संपूर्ण विवरण है. आर्थिक जनगणना देश के सभी प्रतिष्ठानों के विभिन्न संचालनगत और संरचनागत परिवर्ती कारकों पर विभिन्न प्रकार की सूचनाएं उपलब्ध कराती है.
आर्थिक जनगणना में मंत्रालयः
मंत्रालय ने 7वीं आर्थिक जनगणना के लिए एजेंसी के रूप में सीएससी ई-शासन सेवा इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की है. आर्थिक जनगणना में आंकड़े जुटाने, उनके प्रमाणीकरण, रिपोर्ट तैयार करने और इनके प्रसार के लिए आईटी आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जाएगा.
भारत में पुरानी आर्थिक जनगणनाः
- पहली आर्थिक जनगणना 1977
- दूसरी आर्थिक जनगणना 1980
- तीसरी आर्थिक जनगणना 1990
- चौथी आर्थिक जनगणना 1998
- पांचवीं आर्थिक जनगणना 2005
- छठी आर्थिक जनगणना 2013