जोधपुर: जोधपुर जेल की जो फ़ोटो सामने आए है. माना जा रहा है कि इनमें से एक फोटो सम्भवतः सजा मिलने से पहले की है. इस तस्वीर में आसाराम फर्श पर लेटा हुआ है. एक फोटो में उसकी दवाइयां नजर आ रही है तो एक फोटो में आसाराम जेल के शौचालय के बाहर अपनी बारी का इंतजार करता नजर आ रहा है.
गुटों की जंग में छिपा तस्वीर का राज
इसके अलावा एक बैरक का फोटो है जिसमे दैनिक नित्य क्रिया करने की जगह नजर आ रही है. दरअसल पिछले लंबे समय से आसाराम के समर्थकों में आपस मे खींचतान चल रही है. एक गुट आरोप लगा रहा है कि अर्जुन जो आसाराम के लीगल टीम को Coordinate करता है उसकी वजह से ही आसाराम को जमानत नहीं मिल रही है. जिसके चलते आसाराम को जेल में कष्ट भोगने पड़ रहे हैं.
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बम बम ठाकुर और सुमित ठाकुर हैं जो लगातार अर्जुन सहित अन्य पर आरोप लगाए जा रहा है कि अगर सही तरीके से पैरवी की होती तो आसाराम जेल से बाहर होते.इसको लेकर सुमित ने बड़ा अभियान छेड़ रखा है. हाल ही में कुछ दिनों पहले जोधपुर में भी पोस्टर बाजी हुई थी और अब आसाराम के जेल के फोटो वायरल कर साधकों को यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि जो लोग आसाराम को बचाने में लगे हैं वही उसे फंसा रहे हैं.
हालांकि आसाराम के आश्रम की ओर से अभी तक इसको लेकर कोई बयान नही आया है. जब शहर में पोस्टर लगे थे तब आश्रम की ओर से कहा गया था कि इसको लेकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सुमित ठाकुर जो कि हिंदू राष्ट्र सेना का सचिव भी है उसका कहना है कि आसाराम के साथ रहने वालों की वजह से ही यह स्थिति हुई है अन्यथा वह बाहर होते.