जोधपुर. शहर के रहने वाले इंजीनियरिंग छात्र रोहन दुबे की ओर से मास्क नहीं लगाने वालों को पकड़ने के लिए मास्क डिटेक्टर सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है. जिसका सोमवार को पुलिस कमिश्नर जोस मोहन ने डीसीपी यातायात राजेश मीणा के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय में रोहन दुबे को बुलाकर ना केवल अध्ययन किया, बल्कि अभय कमांड की टीम को अध्ययन के लिए आगे भेजा है.
उन्होंने रोहन दुबे की तारीफ करते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि यदि ये सॉफ्टवेयर कारगर साबित होता है तो वे इसका प्रयोग करेंगे. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जिस तरह से अभी नंबर प्लेट डिटेक्शन का काम हो रहा है इस सॉफ्टवेयर की मदद से अगर फेस डिटेक्शन का काम होता है तो हमारे लिए काफी सुविधाजनक होगा.
गौरतलब है कि बिट्स हैदराबाद से इंजीनियरिंग कर जोधपुर के एक छात्र रोहन दुबे ने कोरोना से बचने के सबसे अधिक कारगर साबित हो रहे फेस मास्क को डिटेक्ट करने वाला सॉफ्टवेयर विकसित किया है. इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी कैमरे की मदद से ये पता लगाया जा सकता है कि कितने लोगों ने मास्क पहना है और कितने लोगों ने नहीं.
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इसके आधार पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों का ई-चालान भी काटा जा सकता है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेज उनके समक्ष इसका डेमो देने का अनुरोध किया है. इस सॉफ्टवेयर की खासियत ये है कि ये किसी भी तरह के और अलग-अलग रंग के मास्क की पहचान भी कर सकता है.