जोधपुर. शहर में दो दिनों से लॉकडाउन का कड़ाई से पालन हो रहा है. इसके चलते शहर की गलियों तक में लोगों की आवाजाही रुक गई है. वहीं कई इलाकों में मजदूरी करने वाले और पलायन से रोके गए लोगों को खाने-पीने की परेशानी से बचाने में लिए कई लोग आगे आ रहे हैं. इनमें भीतरी शहर से जुड़े इलाके और आसपास के क्षेत्र के जरूरतमंदों को पुलिस की सहायता से रेस्टोरेंट संचालक भोजन पहुंचा रहे हैं.
बता दें कि गरीब और मजदूरों की मदद के लिए शहर के कई लोग सामने आए हैं. जो प्रतिदिन सुबह शाम 250 से 300 लोगों के लिए संचालक भोजन बनाकर दोनों समय पहुंचा रहे हैं. इसी तरह से स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में लगे कर्मी भी बस्तियों में खाद्य सामग्री का वितरण कर रहे हैं. खास बात यह है कि इसमे सोशल डिस्टेन्स का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसी तरह से प्रधानमंत्री के आव्हान पर भाजपा कार्यकर्ता भी जरूरतमंद परिवारों को भोजन पहुंचाने के काम में लगे हैं. खासतौर से बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता खुद रसोई बनाकर प्रतिदिन खाना बना रही हैं. यह खाना कच्ची बस्तियों में पहुंचाया जाता है, जहां लोगों को इसकी जरूरत है. महिला मोर्चा की कार्यकर्ता खुद खाना बनाती है.
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इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता खाने के पैकेट लेकर बस्तियों में पहुंचाते हैं. लॉकडाउन में सख्ती के बाद इस क्रम में तेजी आई है. गौरतलब है कि जोधपुर शहर में कई ऐसी बस्तियां हैं या अभी तक लोग भोजन की परेशानी से जूझ रहे हैं. ऐसे में भामाशाह के सहयोग से लोगों तक भोजन पहुंचाने के लिए कई लोग सक्रिय हैं. हालांकि, प्रशासन का भी दावा है कि नगर निगम भी ऐसी जगह पर खाना भेज रही है.