जोधपुर. मथुरादास माथुर अस्पताल में शुक्रवार को पाली जिले के जाडन निवासी भोपातराम व उसके परिवार के 10-15 सदस्य अपने परिजन की आत्मा लेने पहुंचे. इनके परिजन अरविंदराम की मौत करीब डेढ़ साल पहले अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में हुई थी. किसी भोपा ने कहा था कि बिना म्यान की तलवारों पर नींबू लगा हाथ में जोत लेकर ट्रामा सेंटर में घूमना था और अरविंदराम की आत्मा को पुकार कर साथ ले जाना था.
इस पूरे मामले का खुलासा खुद भोपातराम ने शनिवार को किया, जब शास्त्रीनगर थाना पुलिस उसे लेकर वापस ट्रॉमा सेंटर पहुंची. भोपतराम ने कहा कि हमने कोई गलती नहीं की, हम तो बाहर खड़े थे, लेकिन इस दौरान पुलिस वालों ने हमें देख लिया. हम तो भोपाजी के कहे अनुसार काम करने आए थे, लेकिन हमने कुछ नहीं किया.
पढ़ें- एक्शन में एसीबी: जोधपुर में 17 हजार की रिश्वत लेते महिला पटवारी गिरफ्तार
अस्पताल अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी ने बताया कि हमने अस्पताल में कोई तांत्रिक क्रिया नहीं होने दी. उन्हें तुरंत पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया था. इधर इस घटना के समय मौके पर शुक्रवार को मौजूद रहे लोगों का कहना था कि तलवारों के साथ जब ट्रामा सेंटर में घुसने का प्रयास किया, तो गार्ड ने रोका. परिवार के सदस्यों ने जोरदार प्रतिरोध किया था. हंगामा भी किया था, लेकिन पुलिस आई तो ज्यादातर सदस्य इधर उधर हो गए. इनमें महिलाएं भी शामिल थीं.