जोधपुर. शहर में पिछले दिनों महिलाओं के गले से चैन छीनने वाले एक शातिर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इसके लिए 2 महीने तक उसे ट्रेस (Police arrested Chain snatcher by tracking him for 2 months) किया. एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इसके बाद कहीं जाकर मुलजिम की पहचान हुई. 1 दिन पहले पुलिस को उसके दिल्ली में होने की जानकारी मिली. दिल्ली से वापस आते समय मेड़ता रोड स्टेशन पर जब ट्रेन रुकने लगी, तो पुलिस को देखकर वह चलती ट्रेन से उतरकर भागने लगा. हालांकि पुलिस ने उसे दबोच लिया.
पुलिस उसे जोधपुर लेकर आई. पूछताछ में उसने बताया कि बीते 2 माह में उसने 15 चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया. सात जगह पर उसका प्रयास असफल भी रहा. पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि चैन स्नैचिंग की वारदात करने के बाद वह जोधपुर से बाहर चला जाता. अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मौज मस्ती करने के बाद फिर वापस जोधपुर लौटता. फिर घटना को अंजाम देता. यह क्रम पिछले लंबे समय से चल रहा था. वह चैन स्नैचिंग में अपाचे बाइक का इस्तेमाल करता था, जो पुलिस ने बरामद कर ली है. हर घटना के बाद अपनी बाइक पर कलर टेप लगाकर उसका कलर बदल देता. अब तक वह करीब 40 वारदातें कर चुका है. उसके खिलाफ 30 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. इन दिनों वह जमानत पर चल रहा था.
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डीसीपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि फरवरी माह में नई सड़क चौराहे के पास हुए चैन स्नैचिंग के मामले को लेकर पड़ताल शुरू की थी. इस दौरान मिर्जा सर्किल के पास भी एक महिला के गले से चेन लूट ली गई. इसके बाद लगातार उदय मंदिर, खंडा फलसा, एयरपोर्ट और उदय मंदिर थाना क्षेत्र में वारदातें हुई. इसके बाद थाना अधिकारी अमित सिहाग की अगुवाई में एक टीम गठित की गई. इस टीम ने शहर से बाहर जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसमें सूरसागर थाना क्षेत्र के कबीर नगर निवासी पूनमचंद उर्फ पीयूष की पहचान हुई. घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह पहले गुजरात गया और गुजरात से बिहार और उसके बाद दिल्ली चला गया था. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह एक जगह पर ज्यादा समय तक नहीं रुकता था.
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रात सड़क पर बिताता, तीन किलोमीटर तक पुलिस को दौड़ाया: उसने पुलिस को बताया कि घटना के बाद जोधपुर में कभी भी अपने घर नहीं जाता था. अधिकतर समय वह सड़क पर या पानी की टंकी पर जाकर सोता था. पुलिस को जब उसके वापस जोधपुर आने की जानकारी मिली, तो मेड़ता रोड स्टेशन पर पुलिस ने टीम भेजी. जब पुलिस ट्रेन के डिब्बों में चैकिंग कर रही थी, तो उसने बचने के लिए वह ट्रेन रुकने से पहले ही उतरकर भागने लगा. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए करीब 3 किलोमीटर तक पीछा किया और पकड़ लिया.