जोधपुर. व्यापारी का अपहरण कर मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में पकड़ने की धमकी देकर लाखों रुपए की डिमांड से शक के दायरे में आए एनसीबी कार्मिकों के विरुद्ध पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद एनसीबी ने अपना व्यक्त्व जारी किया है.
जोधपुर स्थित एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक एसडी जंबोतकर कार्यालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि 20 व 21 जून की मध्यरात्रि में सुमेराराम की गाड़ी को रोककर जांच की जा रही थी. उसमें मादक पदार्थ होना पाया गया जो अफीम प्रतीत हो रहा था. ये करीब आठ से दस किलो हो सकती थी. जारी बयान में कहा है कि एनसीबी जोधपुर की ओर से की जा रही इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस पार्टी तथा कुछ सिविल लोगों ने पकडी गई अवैध अफीम की गाड़ी भगाकर उसे खुर्द बुर्द करवाने की कोशिश की है. साथ ही राजकार्य में भी बाधा पहुंचाई है.
जांच समिति देगी रिपोर्ट
इसको लेकर एनसीबी ने भी जांच समिति का गठन किया है जो अपनी रिपोर्ट देगी. जबकि व्यापारी सुमेराराम ने आरोप लगाया था कि पाली टोल नाके पर सोमवार शाम को उसकी गाड़ी रूकवाकर एनसीबी के अधिकारियों ने 30 लाख रुपए मांगे नहीं तो फंसाने की बात कही थी. आरोप लगाया है कि उसके पास मौजूद पांच लाख रुपए भी ले लिए. बाकी राशि के लिए उसने अपने परिजनों को सूचित किया था. बुधवार को एनसीबी ने पुलिस को पत्र देकर सुमेराराम से भी पूछताछ की है. इसके लिए सुमेराराम को एनसीबी हाउसिंग बोर्ड थाने से अपने साथ लेकर गई थी. उसके बाद बयान जारी किया गया.
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पुलिस ने बताया कि सोमवार रात को ही एनसीबी के कार्मिक सुमेरराम को लेकर अशोक उद्यान आए. जहां उसके परिजन रुपए लेकर आने वाले थे. परिजन पहुंच गए. एनसीबी कार्मिकों से बातचीत हो रही थी. इस बीच परिजनों की सूचना पर चौपासनी हाउसिंग बोर्ड पुलिस सादे कपड़े में वहां पहुंची और सभी को थाने लेकर आई. पांच लाख रुपए भी बरामद हुए. जिन लोगों को थाने लगाया गया उनमें सुमेराराम के अलावा एनसीबी के सीआई भियांराम जाट, कांस्टेबल भागीरथ डूडी भी शामिल थे. जबकि एनसीबी के एसआई भगवान सहाय बाद में थाने पहुंचे. सुमेराराम की रिपोर्ट पर इनके खिलाफ अपहरण सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
हर पहलू की जांच कर रहे हैंः चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में व्यापारी की ओर से दी गई रिपेार्ट पर एनसीबी कार्मिकों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद एनसीबी ने भी अपनी रिपोर्ट दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी प्रेम धणदे को जांच दी गई है. एसीपी प्रेम धणदे ने बताया कि हम हर पहलु की जांच कर रहे हैं. व्यापारी के आरोप के अलावा एनसीबी की रिपोर्ट भी हमने उसी मामले में जोड़ दी है.
शहर में एक व्यापारी के अपहरण (Jodhpur Trader Kidnapping Case) की सूचना के बाद हुए घटनाक्रम से पुलिस और एनसीबी आमने-सामने हैं. पुलिस ने व्यापारी की रिपोर्ट पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सीआई सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं एनसीबी ने भी पुलिस में लिखित शिकायत दी है कि पुलिस के हस्तक्षेप के कारण आरोपी भाग गया. अब पुलिस दोनों पक्षों की जांच कर रही है. उसके बाद ही इस मामले में कार्रवाई होगी लेकिन व्यापारी की रिपोर्ट और उसके बाद के घटनाक्रम ने एनसीबी के कार्मिकों को शक के दायरे में ला दिया है.
दरअसल मूलत ओसियां क्षेत्र एवं वर्तमान में मंडोर में रहने वाले कुलदीप पवार ने पुलिस को सूचित किया था कि उनके भाई सुमेराराम का तिंवरी में मार्बल का व्यवसाय है. सोमवार को कार में राजसमंद से वो वापस आ रहे थे. इसी दौरान पाली में टोल नाके के पास शाम 6:00 बजे तीन व्यक्तियों ने उसे रोका और खुद को एनसीबी का बताते हुए मादक पदार्थ का संदेह जता कर सुमेरा राम की कार की तलाशी ली. तलाशी में उनके हाथ कुछ नहीं लगा.
सुमेराराम का आरोप है कि बावजूद इसके उसे तीनों ने एनडीपीएस एक्ट के मामले में फंसाने की धमकी देते हुए 20 लाख मांगे. कथित तौर पर उसकी कार में रखे पांच लाख भी ले लिए. उसके बाद व्यवसायी को बंधक बनाकर जोधपुर ले आए. परिजनों को फोन कर बाकी राशि देने के लिए भी दबाव बनाया और ये राशि उन्होंने अशोक उद्यान के पास मंगवाई. परिजनों ने इसकी सूचना चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस को दी. एनसीबी के कार्मिक रात को जब सुमेराराम को लेकर अशोक उद्यान के पास पहुंचे तो सादे कपड़ों में पुलिस ने दबिश दी और व्यवसायी सुमेर राम को छुड़ा लिया. 5 लाख रुपए भी बरामद कर लिए. उस दौरान एनसीबी के सीआई भियाराम जाट और कांस्टेबल भागीरथ जुड़ी मौके पर मिले. एसआई भगवान सहाय बाद में थाने पहुंचे. इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. थानाधिकारी जुल्फिकार ने बताया कि मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. एनसीबी ने भी अपनी रिपोर्ट दी है और जांच जारी है.